मौत के आंकड़े छुपाने का काम सिर्फ मध्यप्रदेश में ही नहीं हो रहा है बल्कि यह काम लखनऊ में भी हो रहा है और सरकार कह रही है कि सब ठीक है.
मध्यप्रदेश सरकार पर कोविड से हुई मौतों के आंकड़े छिपाने को लेकर प्रकाशित कई मीडिया रिपोर्ट्स के बाद शुक्रवार को दैनिक भास्कर ने अपने भोपाल संस्करण में शमशान घाट की फोटो छापते हुए लिखा, “सरकार के मौतों के आंकड़े झूठे हैं, ये जलती चिताएं सच बोल रही हैं.”
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Contributeदैनिक भास्कर ने शमशान घाट के फोटो छापने के साथ ही सरकार पर कड़ी टिपप्णी करते हुए लिखा हैं, “सरकार, आप कोरोना संक्रमितों के आंकड़े नहीं छिपाते तो शायद आज हम भोपाल वालों को अपनों की इतनी चिताएं नहीं जलानी पड़तीं”.
अखबार ने अपनी खबर में शहर के दो शमशान घाटों और एक कब्रिस्तान से आंकडे़ जुटाए हैं जिसके मुताबिक, शहर में गुरुवार को कोरोना से कुल 112 लाशें शमशान घाट और कब्रिस्तान पहुंचीं. जबकि इसी दौरान सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ चार मौतें हुई हैं.
मौत के आंकड़े छुपाने का काम सिर्फ मध्यप्रदेश में ही नहीं हो रहा है बल्कि यह काम लखनऊ में भी हो रहा है और सरकार कह रही है कि सब ठीक है.
लखनऊ के भैंसाकुंड शमशान में जलती हुई चिताओं के वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने शमशान घाट को टिन शेड से ढकवा दिया, ताकि वहां से वीडियो रिकार्ड ना किया जा सकें.
बता दें कि देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या दो लाख 17 हजार के पार चली गई है. इस बीच सरकार लॉकडाउन तो नहीं लगा रही है लेकिन एहतियातन के तौर पर कुछ राज्यों में शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ही सीबीएसई समेत कई अन्य राज्य सरकारों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को भी रद्द करने का आदेश जारी कर दिया है.
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