Assembly Elections 2022
यूपी चुनाव 2022: क्या कहते हैं सपा की वापसी पर ‘अखिलेश आ रहे हैं’ गाना लिखने वाले राजकुमार भाटी?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मदतान होना है. समाजवादी पार्टी ने गौतमबुद्धनगर की दादरी विधानसभा सीट से अपने प्रवक्ता राजकुमार भाटी को चुनावी मैदान में उतारा है. न्यूज़लॉन्ड्री ने राजकुमार भाटी से उनके निर्वाचन क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं, विकास और अन्य अहम मुद्दों पर बातचीत की है.
'यूपी के हर कोने से संदेश आ रहे हैं, अखिलेश आ रहे हैं' यह गीत भी भाटी ने ही लिखा है. हमने उनसे पूछा कि 2022 के चुनाव में क्या यह धरातल पर उतरता नजर आ रहा है? इस सवाल पर राजकुमार भाटी कहते हैं, “अब उत्तर प्रदेश का हर व्यक्ति महसूस कर रहा है कि अखिलेश यादव की सरकार आ रही है. क्योकि पिछले पांच साल योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की जनता को सिर्फ प्रताड़ित किया है. योगी आदित्यनाथ ने एक भी सकारात्मक शब्द बेरोजगार नौजवानो, किसानों और हमारी बहनो के लिए नहीं बोला. इसलिए उनकी नकारात्मकता से परेशान होकर लोग चाह रहे हैं कि अखिलेश यादव सत्ता में आए.”
न्यूज़लॉन्ड्री की भाटी से मुलाकात कचेड़ा वरसाबाद गांव में हुई. इस गांव को नोएडा के बीजेपी सांसद महेश शर्मा ने गोद लिया था. इस गांव में विकास और जनता की परेशानियों को लेकर सवाल पूछने पर राजकुमार कहते हैं, ‘‘इस गांव को जबसे भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने गोद लिया है तबसे किसानों की जमीनों पर जबरन कब्जा किया गया है और किसानों ने जब विरोध जताया तो उनपर लाठी बरसाई गईं, उन्हें जेल भेज दिया गया. इस गांव में किसी तरह का कोई विकास नहीं हुआ है.
स्वास्थ्य व्यवस्था और कोरोना की स्थित पर राजकुमार कहते हैं, ‘‘कोरोना काल में निजी अस्पतालों ने आम जनता को लूटा है. बीजेपी के नेता के यहां छह-सात अस्पताल हैं. उन अस्पतालों को निरंकुश छोड़ दिया गया. लोगों के पास दवाईयां और ऑक्सीजन नहीं थी. सरकारी अस्पतालों में केवल वीआईपी लोगों को इलाज मुहैया कराया गया. आम आदमी को अस्पतालों में भर्ती नहीं किया गया. कई लोगो ने अस्पताल के गेट पर दम तोड़ दिया. जब लॉकडाउन हुआ तो पुलिस ने लोगों के साथ मारपीट की. भारतीय जनता पार्टी ने लोगों को हर तरीके से प्रताड़ित किया है.’’
देखें पूरा इंटरव्यू
(ट्रांसक्राइब- सृष्टि)
***
यह शो हमारे चुनाव कवरेज का एक हिस्सा है, जो एनएल सेना सीरीज का पार्ट है. हमारे एनएल सेना प्रोजेक्ट को सहयोग दें.
यह स्टोरी एनएल सेना प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसमें हमारे पाठकों ने योगदान दिया है. यह संजयकुमार, देवकी खन्ना, सुभ्रजीत चक्रवर्ती, सोमोक गुप्ता रॉय, सत्य, शुभंकर मोंडल, सौरव अग्रवाल, कार्तिक, सुदर्शन मुखोपाध्याय, उमा राजगोपालन, एचएस काहलों, श्रेया सेतुरमन, विनोद गुब्बाला, अनिर्बन भट्टाचार्जी, राहुल गुप्ता, राहुल गुप्ता, रेजिथ राजन, अभिषेक ठाकुर, रथींद्रनाथ दास, फरजाना हसन, अनिमेष नारायण, एजे, निधि मनचंदा, राहुल भारद्वाज, कीर्ति मिश्रा, सचिन तोमर, राघव नायक, रूपा बनर्जी, आकाश मिश्रा, सचिन चौधरी, उदयन आनंद, करण मुजो, गौरव एस दत्ता, जयंत बसु, अभिजनन झा, आशुतोष मित्तल, साहित कोगंती, अंकुर, सिंधु कासुकुर्थी, मानस, अक्षय शर्मा, मंगेश शर्मा, विवेक मान, संदीप कुमार, रूपा मुकुंदन, पी आनंद, नीलकंठ कुमार, नूर मोहम्मद, शशि घोष, विजेश चंदेरा, राहुल कोहली, जान्हवी जी, डॉ प्रखर कुमार, आशुतोष सिंह, सैकत गोस्वामी, शेषा साई टीवी, श्रीकांत शुक्ला, अभिषेक ठाकुर, नागार्जुन रेड्डी, जिजो जॉर्ज, अभिजीत, राहुल दिक्षित, प्रवीण सुरेंद्र, माधव कौशिश, वर्षा चिदंबरम, पंकज, मनदीप कौर समरा, दिब्येंदु तपदार, हितेश वेकारिया, अक्षित कुमार, देववर्त पोदर, अमित यादव, हर्षित राज, लक्ष्मी श्रीनिवासन, अतिंद्रपाल सिंह, जया मित्रा, राज परब, अशरफ जमाल, आसिफ खान, मनीष कुमार यादव, सौम्य पाराशर, नवीन कुमार प्रभाकर, लेज़ो, संजय डे, अहमद ज़मान, मोहसिन जाबिर, सबीना, सुरेश उप्पलपति, भास्कर दासगुप्ता, प्रद्युत कुमार, साई सिंधुजा, स्वप्निल डे, सूरज, अपराजित वर्की, ब्रेंडन जोसेफ डिसूजा, ज़ैनब जाबरी, तनय अरोड़ा, ज्योति सिंह, एम. मित्रा, आश्रय आगूर, इमरान, डॉ. आनंद कुलकर्णी, सागर कुमार, संदीप बानिक, मोहम्मद सलमान, साक्षी, नवांशु वाधवानी, अरविंद भानुमूर्ति, धीरेन माहेश्वरी, संजीव मेनन, अंजलि दांडेकर, फरीना अली कुरबरवाला, अबीरा दुबे, रमेश झा, नम्रता, प्रणव कुमार, अमर नाथ, आंचल, साहिबा लाल, जुगराज सिंह, नागेश हेब्बर, आशुतोष म्हापने, साई कृष्णा, दीपम गुप्ता, अंजू चौहान, सिद्धार्थ जैन, अवनीश दुरेहा, वरुन सिंघल, अक्षय, साईनाथ जाधव, श्रेयस सिंह, रंजीत समद, विनी नायर, वत्सल मिश्रा, आदित्य चौधरी, जसवीन, प्रदीप, नीलेश वैरागड़े, मनोहर राज, तान्या धीर, शालीन कुमार शर्मा, प्रशांत कल्वापल्ले, आशुतोष झा, आरोन डिसूजा, शक्ति वर्मा, संयुक्ता, पंत, अश्विनी, फिरदौस कुरैशी, सोहम जोशी, अंकिता बॉस्को, अर्जुन कलूरी, रोहित शर्मा, बेट्टी राचेल मैथ्यू, सुशांत टुडू, प्रदीप कुमार पुनिया, दिलीप कुमार यादव, नेहा खान, ओंकार , वंदना भल्ला, सुरेंद्र कुमार, संजय चाको, अब्दुल्ला, आयुष गर्ग, मुकर्रम सुल्तान, अभिषेक भाटिया, ताजुद्दीन खान, विश्वास देशपांडे, मोहम्मद अशरफ, जयती सूद, आदित्य गर्ग, नितिन जोशी, पार्थ पटशानी, एंटोन विनी, सागर राउत, विवेक चांडक, दीप चुडासमा, खुशबू मटवानी, वीरेंद्र बग्गा और एनएल सेना के अन्य सदस्यों के सहयोग के कारण संभव हो पाया है.
Also Read
-
Encroachment menace in Bengaluru locality leaves pavements unusable for pedestrians
-
Lucknow’s double life: UP’s cleanest city rank, but filthy neighbourhoods
-
Delays, poor crowd control: How the Karur tragedy unfolded
-
Tata Harrier EV review: Could it be better than itself?
-
‘Witch-hunt against Wangchuk’: Ladakh leaders demand justice at Delhi presser