Newslaundry Hindi

बार्क के पूर्व सीईओ को मुंबई क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले मामले में बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को पुणे से गिरफ्तार किया, एनडीटीवी इंडिया की खबर के मुताबिक. पार्थो टीआरपी घोटाला मामले में गिरफ्तार 15वें व्यक्ति है.

मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट ने पुणे जिले के राजगढ़ पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र से यह गिरफ्तारी की है और पुलिस शुक्रवार को मुंबई की एक अदालत में उन्हें पेश करेगी.

दासगुप्ता बार्क से जुड़े दूसरे व्यक्ति हैं जिन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले इस मामले में बार्क के पूर्व सीओओ रामिल रामगढ़िया को गिरफ्तार किया गया था.

बता दें कि फर्जी टीआरपी घोटाले का ये मामला इस साल अक्टूबर में सामने आया था. रेटिंग एजेंसी बार्क ने एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि कुछ टीवी चैनल टीआरपी के नंबरों में हेराफेरी कर रहे हैं. बार्क ने कुछ घरों में टीवी के दर्शकों की संख्या रिकॉर्ड करने वाले बैरोमीटर लगाने का जिम्मा हंसा को दिया था.

इस मामले में रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की थी. वहीं रिपब्लिक टीवी के कई सीनियर अधिकारी इस मामले में गिरफ्तार हो चुके है. गौरतलब हैं कि इस मामले में रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी का भी नाम है.

इस पूरे मामले की जांच के दौरान बार्क ने हिंदी, अंग्रेजी और बिज़नेस न्यूज चैनलों के रेटिंग सस्पेंड करने का निर्णय लिया था.

Also Read: ‘ट्राली टाइम्स’: एक पत्रकार, एक सामाजिक कार्यकर्ता और कुछ जोशीले युवाओं का शाहकार

Also Read: एमजे अकबर-प्रिया रमानी केस: ट्वीटर अकाउंट डिलीट करना दुर्भावना और शरारती पूर्ण कदम- लूथरा

मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले मामले में बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को पुणे से गिरफ्तार किया, एनडीटीवी इंडिया की खबर के मुताबिक. पार्थो टीआरपी घोटाला मामले में गिरफ्तार 15वें व्यक्ति है.

मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट ने पुणे जिले के राजगढ़ पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र से यह गिरफ्तारी की है और पुलिस शुक्रवार को मुंबई की एक अदालत में उन्हें पेश करेगी.

दासगुप्ता बार्क से जुड़े दूसरे व्यक्ति हैं जिन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले इस मामले में बार्क के पूर्व सीओओ रामिल रामगढ़िया को गिरफ्तार किया गया था.

बता दें कि फर्जी टीआरपी घोटाले का ये मामला इस साल अक्टूबर में सामने आया था. रेटिंग एजेंसी बार्क ने एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि कुछ टीवी चैनल टीआरपी के नंबरों में हेराफेरी कर रहे हैं. बार्क ने कुछ घरों में टीवी के दर्शकों की संख्या रिकॉर्ड करने वाले बैरोमीटर लगाने का जिम्मा हंसा को दिया था.

इस मामले में रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की थी. वहीं रिपब्लिक टीवी के कई सीनियर अधिकारी इस मामले में गिरफ्तार हो चुके है. गौरतलब हैं कि इस मामले में रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी का भी नाम है.

इस पूरे मामले की जांच के दौरान बार्क ने हिंदी, अंग्रेजी और बिज़नेस न्यूज चैनलों के रेटिंग सस्पेंड करने का निर्णय लिया था.

Also Read: ‘ट्राली टाइम्स’: एक पत्रकार, एक सामाजिक कार्यकर्ता और कुछ जोशीले युवाओं का शाहकार

Also Read: एमजे अकबर-प्रिया रमानी केस: ट्वीटर अकाउंट डिलीट करना दुर्भावना और शरारती पूर्ण कदम- लूथरा