एनएसए अजीत डोभाल की तस्वीर. साथ में ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट और फैक्ट चेक का लोगो.
Khabar Baazi

एनएसए डोभाल के वायरल वीडियो का बयान से ही कर दिया फैक्ट चेक, असल में क्या है सच्चाई?

हाल ही में दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट के पास हुए आतंकी बम ब्लास्ट में 13 लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जिसके बाद से ही देश में एक बार फिर आतंकवाद और ‘उसके धर्म’ को लेकर बहस तेज हो गई है. 

इसी बीच पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की एक वीडियो काफी तेजी से वायरल होने लगा. वीडियो में उन्हें बोलते हुए सुना जा सकता है कि भारत में मुस्लिमों से ज्यादा हिंदुओं को आईएसआई ने भर्ती किया है

जिसके बाद सीएनएन न्यूज 18 ने रिपोर्ट की. रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने डोभाल से बात की और डोभाल ने कहा कि उन्होंने ऐसा बयान कभी नहीं दिया. संभवतः यह एक डीपफेक वीडियो है. सीएनएन के मुताबिक, डोभाल ने कहा कि यह राष्ट्र की एकता को तोड़ने की कोशिश है. सीएनएन की रिपोर्ट के आधार पर मनीकंट्रोल ने भी डोभाल का हवाला देते हुए विडियो को गलत बता दिया. 

हालांकि, यह विडियो बिल्कुल सही है और डोभाल ने स्पष्ट रूप से यह बात कही है. साथ ही उनका डीपफेक का दावा पूरी तरह से गलत है. 

डोभाल का यह आज भी यूट्यूब पर उपलब्ध है, जोकि ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टिट्यूट के एक कार्यक्रम के दौरान का है. इस 01:17:27 घंटे की विडियो में 01:04:00 पर डोभाल को यह बात बोलते हुए साफ सुना जा सकता है. यह विडियो 20 मार्च 2014 को अपलोड किया गया है. 

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