राहुल गांधी, नायब सैनी, अरविंद केजरीवाल और अनमोल प्रितम की तस्वीर.
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दिल्ली: यमुना में ‘जहर’, गंदगी और राजनीति का ‘चुनावी दंगल’

बीते कुछ दिनों से यमुना के पानी में ‘जहर घोलने’ और ‘घुले होने’ को लेकर दिल्ली चुनावों के बीच दंगल सा माहौल बना हुआ है. एक तरफ अरविंद केजरीवाल के दावे हैं तो दूसरी तरफ भाजपा और कांग्रेस की चुनौतियां. 

इन सबके बीच चुनाव आयोग भी इस मुद्दे में एक पक्ष बनकर खड़ा हो गया है. उसने केजरीवाल से यमुना में ‘जहर के सबूत’ मांग लिए हैं. लेकिन केजरीवाल उन्हें भी यमुना का पानी पीने की चुनौती दे रहे हैं. ये चुनौती वैसी ही है जैसी केजरीवाल को कांग्रेस और भाजपा यमुना में डूबकी लगाने को लेकर देती आ रही हैं. .

लेकिन इस सबके बीच बड़ा सवाल यही है कि क्या वाकई यमुना के पानी में कोई ‘जहर’ है? यमुना का उच्च अमोनिया वाला पानी आखिर कितना खतरनाक हो सकता है? और क्या वाकई अमोनिया के चलते दिल्ली में पानी की कमी हो सकती है? इन सब सवालों के जवाब जानने के लिए देखिए हमारी ये वीडियो रिपोर्ट.

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