अतुल चौरसिया, शरद पवार और गौतम अडाणी की तस्वीर.
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एनएल चर्चा 345: पवार एवं पावर के बीच अडाणी और बुलडोज़र अन्याय पर सुप्रीम कोर्ट की लाठी

इस हफ्ते महाराष्ट्र में चल रहे चुनावों के बीच एनसीपी के नेता अजित पवार के बयान के बाद उठे विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. अजित पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जो बैठक हुई उसमें गौतम अडाणी मौजूद थे. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर के जरिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों और मणिपुर में फिर से हिंसा होने और केंद्र द्वारा अफस्पा लगाने को लेकर भी बातचीत हुई.

राजस्थान के टोंक में उपचुनाव के दौरान निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने एसडीएम पर हाथ उठाने, छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार द्वारा 2024 से 2030 की उद्योग नीति की घोषणा करने, इस महीने मुद्रास्फीति की दर 14 महीने के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने और दिल्ली में वायु प्रदूषण की बुरी हालत जैसे मुद्दे भी हफ्तेभर चर्चा का विषय रहे.

इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार समीर चौगांवकर और सुप्रीम कोर्ट के वकील संजय हेगड़े ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.

चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “न्यूज़लॉन्ड्री को दिए गए एक इंटरव्यू में अजित पवार ने कुछ ऐसी बातें कहीं जो पिछले हफ्ते की सुर्खियां बन गईं और साथ ही एक विवाद भी खड़ा हो गया. 2019 में एक हाईप्रोफाइल बैठक गौतम अडाणी के घर पर हुई थी. इस बैठक में ही एनसीपी द्वारा भाजपा की सरकार को समर्थन देने की संभावनाओं पर विचार किया गया. क्या यह मीटिंग इस बात की पुष्टि करती है कि अडाणी समूह भारतीय जनता पार्टी के लिए मनी बैग है?”

इस सवाल के जवाब में समीर कहते हैं, “महाराष्ट्र की राजनीति में चाहे वह बाला साहेब ठाकरे के समय हो या जब शरद पवार की पहली बार सरकार बनी उस समय कुछ हद तक उद्योगपतियों की दखलंदाज़ी रहती थी. इसलिए महाराष्ट्र की राजनीती में यह नई बात नहीं है.”

सुनिए पूरी चर्चा-

टाइमकोड्स

00:00 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना

03:00 - सुर्खियां

11:30 - महाराष्ट्र की राजनीति, अजित पवार और अडाणी 

37:09 - बुलडोज़र इन-जस्टिस पर सुप्रीम कोर्ट का एक्शन 

01:03:00- सलाह और सुझाव

पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए

शार्दूल कात्यायन 

जे एस ग्रेवाल की किताब - गुरु नानक इन हिस्ट्री 

मुंशी प्रेमचंद की कहानी - पांच पंचवेश्वर

बुलडोज़र एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट  

विकास जांगड़ा 

पॉडकास्ट - लेट्स टॉक अबाउट गोडसे 

दूरदर्शन पर विक्रम बेताल की कहानियां 

समीर चौगांवकर

प्रभाष जोशी की किताब - हिन्दू होने का धर्म 

प्रियंवद की किताब - भारत विभाजन की अन्तःकथा 

कार्टून - टॉम एंड जेरी 

अतुल चौरसिया 

महेंद्र अमरनाथ की ऑटो बायोग्राफी फीयरलेस 

ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा

प्रोड्यूसर: आशीष आनंद 

एडिटिंग: उमराव सिंह

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