Khabar Baazi
यूक्रेन के होटल पर मिसाइल हमले में रॉयटर्स के सुरक्षा सलाहकार की मौत, 2 पत्रकार घायल
रॉयटर्स ने बयान जारी कर सूचना दी है कि, यूक्रेन में युद्ध की कवरेज करने के दौरान क्रामटोरस्क शहर के एक होटल में उनकी छह लोगों की टीम ठहरी हुई थी, उसी होटल पर हुए हवाई हमले में उनके 38 वर्षीय सुरक्षा सलाहकार रयान इवांस की मौत हो गई और दो पत्रकार गंभीर रूप से घायल हो गए.
गंभीर रूप से घायल दो पत्रकारों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, रॉयटर्स ने बताया कि उनकी टीम के बाकी लोग सुरक्षित हैं.
इवांस एक पूर्व ब्रिटिश सैनिक थे और 2022 से रॉयटर्स के साथ काम कर रहे थे. उन्होनें पत्रकारों को यूक्रेन, इस्राइल और पेरिस ओलंपिक्स में सुरक्षित रहने की सलाह दी थी. उनका शव होटल की इमारत के मलबे में मिला. एजेंसी ने कहा कि हमले की और अधिक जानकारी मांगी जा रही है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि होटल, रूसी इस्कैंडर मिसाइल से गिरा, जो एक बैलिस्टिक मिसाइल है जो 500 किलोमीटर तक की दूरी पर हमला कर सकती है और यह हमला पूरी तरह से उद्देश्यपूर्ण और सोचा-समझा था. रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
इस बीच, रॉयटर्स ने कहा कि हम अभी यह नहीं पता कर पाए हैं कि होटल को गिराने वाली मिसाइल "रूस द्वारा दागी गई थी या यह उस इमारत पर जानबूझकर किया गया हमला था".
गार्जियन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस "एक साल से अधिक समय से सीमा के आस पास के होटलों पर बमबारी कर रहा है". पोक्रोव्स्क के एक होटल पर पिछले साल अगस्त में हुए मिसाइल हमले में सात लोग मारे गए थे, जबकि जनवरी में खार्किव में एक होटल में हुए बम विस्फोट में 11 लोग घायल हो गए थे.
हमास के 7 अक्टूबर के हमले को एक साल पूरा होने वाला है. हमारे नए एनएल सेना प्रोजेक्ट में शामिल होकर हमें एक खास मिनी-सीरीज़ तैयार करने में मदद करें, जो ग्राउंड ज़ीरो से इजरायल-गाजा युद्ध के विभिन्न पहलुओं की गहराई से जांच करेगी.
मीडिया के बारे में शिकायत करना आसान है, क्या आप इसे बेहतर बनाने के लिए कुछ करते हैं? आज ही न्यूज़लॉन्ड्री की सदस्यता लें और स्वतंत्र मीडिया का समर्थन करें.
Also Read
-
‘Things have deteriorated’: Kashmiri youth on political stability, jobs, Article 370
-
Why did Dehradun Press Club permit an event on ‘how to save women from jihadis’?
-
Faridabad Smart City: Crores spent on paper, infrastructure in shambles
-
अलविदा कॉमरेड: राजनीतिक उथल-पुथल के बीच लेफ्ट को सक्रिय बनाए रखने वाले सीताराम येचुरी
-
Window of hope, yet little changed in media accountability in Modi 3.0