Report
जी 20 समिट: एयरपोर्ट से लेकर बाइडेन के होटल तक, पीएम मोदी के 236 पोस्टर
दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने वाले 18वें जी20 शिखर सम्मेलन में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. जिसके लिए राजधानी को सुंदर और सुसज्जित बनाया गया है और जिन रास्तों से विदेशी मेहमान गुजरेंगे उन रास्तों पर विशेष ध्यान दिया गया है. मसलन, सड़कों की मरम्मत करने से लेकर सड़क किनारे फूलों के गमले लगाने, सुंदर स्ट्रीट लाइट लगाने, फव्वारों और कलाकृतियों को स्थापित करने का काम किया गया है.
इसके साथ विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लेकर प्रगति मैदान तक तरह-तरह के पोस्टर, बैनर, होर्डिंग और बिलबोर्ड लगाए गए.
न्यूजलांड्री की टीम ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लेकर आलीशान आईटीसी मौर्या और ताज पैलेस होटल तक यात्रा की. 12 किलोमीटर की इस यात्रा में हमने पाया कि एयरपोर्ट से लेकर आईटीसी मौर्य होटल के बीच जी20 से संबंधित 930 प्रचार सामग्री लगाई गई है. इसमें जी20 के स्वागत लोगो सहित भारत के सभी राज्यों के कला और संस्कृति को दिखाते पोस्टर्स भी शामिल हैं. इन 963 में से 263 केवल प्रधानमंत्री मोदी से संबंधित हैं.
एयरपोर्ट से लेकर मेट्रो स्टेशन, मेट्रो पिलर, शौचालयों, बस स्टॉप, फ्लाईओवर, फुट ओवर ब्रिज, पेड़ों और सड़क किनारे सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी के मुस्कुराते चेहरे के पोस्टर मौजूद हैं. हमने यह भी पाया कि 963 में से एक भी पोस्ट में किसी भी वर्तमान या भूतपूर्व भारतीय नेता की तस्वीर नहीं है. यहां तक कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की एक भी तस्वीर किसी पोस्टर में नहीं है और ना ही किसी विदेशी नेता की. हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी के हर तस्वीर के साथ एक मैसेज लिखा हुआ है.
प्रधानमंत्री मोदी के पोस्टर्स को लगाते समय यह बात ध्यान में रखी गई है कि जो रूट बिजी हैं, वहां पर उनके पोस्टर ज्यादा लगाया जाएं. मसलन, दिल्ली कैंट से लेकर धौला कुआं मेट्रो स्टेशन के बीच प्रधानमंत्री मोदी के 50 से अधिक पोस्टर्स हैं. वहीं, होटल आईटीसी मौर्य, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन रुक रहे हैं और होटल ताज पैलेस जहां पर चीनी प्रतिनिधियों के साथ अन्य विदेशी प्रतिनिधि रहेंगे, उसके सामने सरदार पटेल मार्ग पर 2 किलोमीटर के दायरे में प्रधानमंत्री मोदी के 63 पोस्टर लगाए गए हैं.
इस रिपोर्ट में हमने यह जाने की कोशिश की कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए इन पोस्टरों के जरिए भारत विदेशी मेहमानों को क्या संदेश देना चाहता है. देखिए यह वीडियो रिपोर्ट.
Also Read
-
Encroachment menace in Bengaluru locality leaves pavements unusable for pedestrians
-
Delays, poor crowd control: How the Karur tragedy unfolded
-
एनडीटीवी ने डिलीट की रेलवे हादसों की स्टोरी पर की गई एक्स पोस्ट
-
Garba nights and the death of joy
-
Anxiety and survival: Breaking down India’s stampedes