Another Election show
एक और चुनावी शो: योगी- मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रहीं योजनाओं पर क्या कहते हैं लोग?
'एक और चुनावी शो' में आपका स्वागत है. न्यूज़लॉन्ड्री की टीम इस समय उत्तरप्रदेश के उन इलाकों में है जहां मतदान होना है. आज हम यूपी के गोरखपुर जिले के परसिया गांव में हैं. जहां हमने केंद्र और यूपी सरकार द्वारा चलाई गईं योजनाओं के तहत मिले फायदों के बारे में लोगों से बातचीत की.
स्थानीय निवासी किकोरी लाल प्रजापति कहते हैं, "हमें सरकार की गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ मिल रहा है. हमें महीने में दो बार राशन मिलता है. मेरे परिवार में तीन लोग हैं और 15 किलो राशन मिलता है. किसान सम्मान निधि योजना के तहत चार महीने में दो हजार रूपए भी खाते में आते हैं. साथ ही आयुष्मान कार्ड से हमें इलाज मुफ्त मिलता है."
वहीं छबिया बताती हैं, "मेरे घर में चार लोग हैं, सरकार हमें 20 से 22 किलो राशन देती है. जरूरत की सभी चीजें हमें मिल रही हैं. बैंक खाते में हर महीने दो हजार रूपए भी आते हैं, जिससे हमारा घर चल जाता है."
एक अन्य महिला बताती हैं, "हमारे घर में पानी भर जाता है. हमने पीएम आवास योजना के तहत आवेदन किया था लेकिन अभी तक हमें कोई आवास नहीं मिला है. आयुष्मान कार्ड बना हुआ है लेकिन उससे कोई इलाज नहीं मिला. उज्ज्वला योजना में गैस सिलिंडर भी नहीं मिला, हम चूल्हे पर खाना बनाते हैं. सब वोट के लिए इधर आते हैं लेकिन हमारे बारे में कोई नहीं सोच रहा है."
पीएम आवास योजना के बारे में एक अन्य स्थानीय निवासी बताते हैं, "मुझे इस योजना के तहत आवास मिला था लेकिन मैं घर का निर्माण नहीं कर सका. सेक्रेटरी ने पैसे वापस करने के लिए दवाब बनाया. एक दिन मेरे काम पर जाने के बाद सेक्रेटरी मेरी पासबुक ले गए और 40 हजार की किश्त काट ली. उज्ज्वला योजना के तहत हमें गैस कनेक्शन मुफ्त मिला है और आयुष्मान कार्ड से इलाज भी मुफ्त मिल रहा है."
Also Read
-
‘Foreign hand, Gen Z data addiction’: 5 ways Indian media missed the Nepal story
-
Mud bridges, night vigils: How Punjab is surviving its flood crisis
-
Adieu, Sankarshan Thakur: A rare shoe-leather journalist, newsroom’s voice of sanity
-
Corruption, social media ban, and 19 deaths: How student movement turned into Nepal’s turning point
-
Hafta letters: Bigg Boss, ‘vote chori’, caste issues, E20 fuel