Assembly Elections 2022

“कानून में चुनाव लड़ने के लिये कूलिंग ऑफ का प्रावधान नहीं है”

यूपी विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में बुधवार को वोट डाले जाने हैं. जो सीटें खास चर्चा में हैं उनमें लखनऊ सरोजनी नगर विधानसभा है. यहां से बीजेपी ने प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के पूर्व ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. राजेश्वर सिंह ने अभी-अभी वीआरएस लिया है और उसके बाद बीजेपी ने न केवल उन्हें पार्टी में शामिल किया बल्कि इस सीट से मौजूदा विधायक का टिकट काटकर उन्हें लड़ाने की योजना बनाई है.

राजेश्वर सिंह वह हाइ प्रोफाइल पुलिस अधिकारी जिसने कई बड़े मामलों की जांच की जिसमें टू-जी केस, कॉमनवेल्थ, कोयला घोटाला और एयरसेल मेक्सिस केस डील शामिल है जिसमें पूर्व वित्त और गृहमंत्री रहे पी चिदंबरम को जेल जाना पड़ा. विपक्षी नेताओं का कहना है कि उन्हें अपने कार्यकाल में की गई जांचों का “पुरस्कार” मिला है. हालांकि राजेश्वर सिंह कहते हैं किसी नौकरशाह को चुनाव लड़ने से रोकने वाला कोई कानून नहीं है. वैसे बीजेपी ने एक अन्य नौकरशाह असीम अरुण को कानपुर के कमिश्वर पद से वीआरएस दिलवा कर कन्नौज सीट पर उतारा है.

राजेश्वर सिंह ने न्यूज़लॉन्ड्री से कहा, “क्या कोई ऐसा कानून है जो मुझे नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने से रोकता है. अगर कूलिंग ऑफ पीरियड का कानून बनेगा तो उसका पालन किया जाएगा. अभी कोई ऐसा कानून नहीं है. यह देश कानून से चलता है. जो भी जांच मैंने की हैं वह सीवीसी जैसे संस्थानों और देश की अदालत की निगरानी में हुई हैं. इसलिए उनमें पक्षपात का आरोप लगाना गलत है.”

बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनावों में सरोजनी नगर सीट पर पहली बार जीत हासिल की. अब राजेश्वर को लड़ाने के लिए पार्टी ने मौजूदा विधायक स्वाति सिंह का टिकट काट दिया. रविवार को उन्नाव में हुई प्रधानमंत्री की रैली में सिंह लखनऊ के नौ विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों में अकेले थे जिन्हें मोदी ने अपने साथ मंच पर बिठाया.

टिकट कटने पर स्वाति सिंह और उनके समर्थक मायूस हैं हालांकि स्वाति कहती हैं कि वह पार्टी के साथ खड़ी हैं. स्वाति ने न्यूज़लॉन्ड्री से कहा, “पार्टी की कार्यकर्ता हूं इसीलिए विधायक और मंत्री बनी. मेरे लिए पार्टी का हिस्सा होना जरूरी है. ये वो पार्टी है जो किसी परिवार से नहीं चलती.”

राजेश्वर सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी “गुंडाराज” बढ़ाती है और अपराधियों को टिकट देती है. जवाब में सिंह सरोजनी सीट पर प्रतिद्वंदी और समाजवादी पार्टी के अभिषेक मिश्रा का कहना है कि बीजेपी “झूठे वादे” करके सत्ता पर काबिज हुई और अब शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर उसके पास कोई जवाब नहीं है. इसलिए वह ऐसी बातें कर ध्यान भटका रही है.

पिछली बार बीजेपी ने सरोजनी नगर सीट 34 हजार से अधिक वोटों से जीती इस बार समाजवादी पार्टी के अभिषेक मिश्रा के अलावा बीएसपी के मोहम्मद जलीश खान और कांग्रेस के रुद्रदमन सिंह समेत 23 उम्मीदवार मैदान में हैं.

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