Khabar Baazi
यूट्यूब न्यूज़ चैनल ‘4 पीएम’ हैक होने के बाद सस्पेंड
समाचार पत्र 4 पीएम के यूट्यूब चैनल को हैक कर ससपेंड कर दिया गया. चैनल के मुख्य संपादक संजय शर्मा ने शनिवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार तरह-तरह के पैंतरे अपना कर उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "सरकार इस हद तक उतर आएगी यह सोचा न था. आवाज बंद करने के सारे हथकंडे फेल हो गए तो मेरे यूट्यूब को ही बंद करा दिया. आधी रात को मेरा यूट्यूब हैक किया गया और बंद करा दिया गया. मैं एफआईआर लिखवाने जा रहा हूं. मेरी आवाज बहुत चुभ रही थी यह मैं जानता था. इतना मत गिरो हजूर."
वहीं संजय शर्मा ने सत्य हिंदी यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वो रात को करीब 2 बजे वीडियो अपलोड कर रहे थे जिस दौरान उन्होंने पाया कि चैनल की ई-मेल आईडी और फोन नंबर बदल दिए गए हैं. कोई भी वीडियो चैनल पर नहीं दिख रही थी. उन्होंने इस संबंध में एफआईआर भी दर्ज कराई है. यूट्यूब की तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है.
उन्होंने आगे बताया की उन्हें कुछ दिनों से ट्रोल किया जा रहा था क्योंकि उन्होंने अमित शाह का एक वीडियो ट्वीट कर यूट्यूब पर अपलोड किया था. संजय शर्मा के मुताबिक उनके खिलाफ कोई साजिश रची गई है.
यूट्यूब चैनल के अचानक बंद होने के बाद कई राजनेता और पत्रकार संजय शर्मा के समर्थन में सामने आए हैं. सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने संजय शर्मा के समर्थन में ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा, "लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया को दबाना, डराना, मतलब लोकतंत्र की हत्या कर एकाधिकारवाद, तानाशाही पद्धति को भारत की जनता पर थोपना है, जो कि बीजेपी धड़ल्ले से कर रही है."
उन्होंने आगे लिखा, "बीजेपी 4 पीएम न्यूज़ के यूट्यूब चैनल के सच को झेल न सकी इसीलिए बीजेपी ने हमेशा की ही तरह अपने चिर परिचित अंदाज में 4 पीएम न्यूज़ यूट्यूब चैनल को जबरन बंद करा दिया एवं अपने खिलाफ लिखने बोलने वाले को सजा देकर बदला लिया."
वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी को अपनी आलोचना पसंद नहीं है. वो अपनी सरकार के माध्यम से लूट, भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी जारी रखना चाहते हैं. ये बहुत गलत है और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर तानाशाह सत्ता का प्रहार है.
Also Read
-
‘They all wear Islamic topis…beard’: When reporting turns into profiling
-
6 great ideas to make Indian media more inclusive: The Media Rumble’s closing panel
-
Minutes after the blast: Inside the chaos at Delhi’s Red Fort
-
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: ज्यादातर एग्जिट पोल्स में एनडीए की सरकार
-
लाल किला ब्लास्ट: जिन परिवारों की ज़िंदगियां उजड़ गई