Report

एंकर समधीश भाटिया ने स्कूपव्हूप के सीईओ पर लगाया यौन शोषण का आरोप

स्कूपव्हूप के पूर्व एंकर समधीश भाटिया ने मीडिया वेबसाइट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी(सीईओ) सात्विक मिश्रा पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. भाटिया के मुताबिक यह घटना अक्टूबर 2021 की है और उन्होंने कंपनी की आंतरिक शिकायत समिति(आईसीसी)में इसकी शिकायत भी की है.

मिश्रा ने आरोपों को खारिज कर दिया और समधीश पर आरोप लगाया कि वह पैसों की उगाही के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं. भाटिया ने मिश्रा के आरोपों से इंकार किया और आरोप लगाया कि सात्विक की तरफ से शिकायत वापस लेने के लिए पैसों की पेशकश की गई.

स्कूपव्हूप की स्थापना 2013 में हुई और यह अपने कंटेंट को लेकर लोकप्रिय हो गया. भाटिया इसके वीडियो चैनल अनस्क्रिप्टेड के लोकप्रिय एंकर थे. अक्टूबर 2021 में, स्कूपव्हूप को मुंबई स्थित गुड ग्लैम समूह द्वारा अधिग्रहित किया गया, जिसमें कहा गया कि कंपनी तीन वर्षो में मीडिया वेबसाइट में 500 करोड़ का निवेश करेगी. उसी महीने भाटिया और उनकी टीम ने अनस्क्रिप्टेड से इस्तीफा दे दिया. दिसंबर में उन्होंने अपना खुद का यूट्यूब चैनल अनफ़िल्टर्ड के नाम से शुरू कर दिया.

स्कूपव्हूप में सब कुछ ठीक नहीं होने की पहली सूचना पिछले महीने तब मिली, जब 28 वर्षीय भाटिया ने 14 जनवरी को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि स्कूपव्हूप में उनका यौन शोषण किया गया.

7 फरवरी को एक दूसरे पोस्ट में भाटिया ने बताया कि “सात्विक मिश्रा, स्कूपव्हूप के सीईओ ने उनका यौन शोषण किया है. मुझे मेरे सच से वंचित किया गया और मेरी जीवन जीने की इच्छा के लिए मुझे दंडित किया गया.”

घटनाक्रम

भाटिया और मिश्रा दोनों ने इस घटना को अपने-अपने हिसाब से बताया है. दोनों का कहना है कि वे 7 अक्टूबर 2021 को मिले थे, और यह मुलाकात 8 अक्टूबर 2021 को देर सुबह तक जारी रही. इसी मीटिंग के बाद भाटिया ने यौन शोषण का आरोप लगाया.

10 अक्टूबर 2021, घटना के दो दिन बाद सात्विक ने समधीश को व्हाट्सएप पर सुबह 4:34 बजे माफीनामा भेजा.

इसके बाद भाटिया ने स्कूपव्हूप के आईसीसी में 20 अक्टूबर 2021 को एक शिकायत दर्ज कराई, जिसके कागजात न्यूज़लॉन्ड्री ने देखे. इसमें भाटिया ने लिखा कि उन्होंने “असुरक्षित”,”धमकाया हुआ” महसूस किया. मिश्रा ने मेरे साथ यौन हिंसक व्यवहार किया और यह कानून का उल्लंघन है.”

नवंबर में, भाटिया ने सात्विक मिश्रा, उनकी पत्नी और स्कूपव्हूप की सह-संस्थापक श्रीपर्णा टिकेकर के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया. उन्होंने मिश्रा के खिलाफ अप्राकृतिक रूप से यौन संबंध बनाने और यौन उत्पीड़न को लेकर भारतीय दंड संहिता की धारा 377 और 354ए के तहत केस किया. वहीं टिकेकर पर धारा 108 और 116 के तहत उकसाने का आरोप लगाया.

इस साल जनवरी में स्कूपव्हूप भी कानूनी लड़ाई में शामिल हो गया. भाटिया के इंस्टाग्राम पर पहली पोस्ट के कुछ दिनों बाद, स्कूपव्हूप की सहयोगी कंपनी व्हूपस्कूप मीडिया प्राइवेट लिमिटेड ने भाटिया के आरोपों को सार्वजनिक होने से रोकने के लिए स्थायी और अस्थायी तौर पर रोक लगाने की मांग को लेकर अदालत का रुख किया. कंपनी ने तर्क दिया कि भाटिया और मिश्रा के बीच "विवाद शिकायत समिति" के पास लंबित है. ऐसे में आरोपों को सार्वजनिक किए जाने से स्कूपव्हूप कंपनी की प्रतिष्ठा पर बुरा असर पड़ेगा.

हालांकि पटियाला हाउस कोर्ट ने 22 जनवरी 2022 को पहली सुनवाई में रोक लगाने से इंकार कर दिया. अभी मामला चल रहा है.

भाटिया का आरोप: ’एक अनिष्ट, अनचाहा और बेवजह हमला’

समधीश ने आईसीसी शिकायत में कथित शोषण के साथ-साथ पहले और बाद में होने वाले घटनाक्रम की जानकारी भी दी है. उन्होंने अदालत में अपने हलफनामे में इसका जिक्र किया है.

भाटिया के मुताबिक, उनकी और मिश्रा की मुलाकात 7 अक्टूबर, 2021 को एक नई कंपनी में संभावित बिजनेस पार्टनर के तौर पर हुई थी. बता दें कि, वर्तमान में भाटिया स्कूपव्हूप में नहीं हैं.

मीटिंग मिश्रा के बुलावे पर, स्कूपव्हूप के ऑफिस में अनस्क्रिप्टेड के भविष्य को लेकर हुई थी. जोकि मौजूदा कंपनी से अलग होनी थी. भाटिया के मुताबिक, बातचीत पुनर्गठन, कंपनी में बदलाव, इक्विटी, हिस्सेदारी आदि पर बातचीत होनी थी.” भाटिया ने नई कंपनी में 25 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी मांगी थी लेकिन उन्हें 7.5 प्रतिशत का ऑफर दिया गया.

बैठक 7 अक्टूबर 2021 को शाम साढ़े पांच बजे शुरू हुई. मिश्रा ने अवलोक लैंगर- वेबसाइट के क्रिएटिव डायरेक्टर को मीटिंग में बुलाने का सुझाव दिया. क्योंकि लैंगर, “भी नए वेंचर में एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने वाले थे”, और इसलिए भी क्योंकि भाटिया और लैंगर के बीच कुछ “मुद्दों को सुलझाना” था.

करीब डेढ़ घंटे बाद सात्विक के कहने पर, दोनों उसके घर के पास ही स्थित एक बार में गए. बैठक में आखिरकार लैंगर भी दोनों के साथ शामिल हुए. उन्होंने "हिस्सेदारी साझा करने, राजस्व के मॉडल, मुआवजे, भविष्य के लिए प्लानिंग और जिम्मेदारियों” पर चर्चा की. यह बैठक "दोस्ताना मजाक, चुटकुलों और गपशप से भरी" थी.

आधी रात के बाद, बार बंद करने का समय होने पर वहां के स्टॉफ ने तीनों को जाने के लिए कहा. “मिश्रा ने सुझाव दिया कि ड्रिंक को उनके घर पर खत्म करते हैं और सभी उनके घर के तरफ जाने लगे”. तभी लैंगर ने कहा कि “उन्हें घर जाना है और वह चले गए.”

मिश्रा ने भाटिया को अपने डुप्लेक्स घर ले गए. "उस समय, हम दोनों के अलावा घर में चार सदस्य थे. यानी कि श्रीपर्णा टिकेकर (कंपनी की सह-संस्थापक और मिश्रा की पत्नी),उनकी नवजात बेटी, उनके घर पर काम करने वाले सदस्य जिसने दरवाजा खोला और हमें अंदर आने दिया और एक बिल्ली”.

मिश्रा और भाटिया दोनों शराब के नशे में घर के नीचे वाले फ्लोर पर एक सोफे पर बैठे थे, वहीं टिकेकर पहली मंजिल पर थीं. इक्विटी की हिस्सेदारी पर बातचीत चल रही थी लेकिन मिश्रा की आवाज “लड़खड़ा रही थी, उनकी बातें अस्पष्ट थीं. भाटिया बताते हैं कि मिश्रा खुद को संतुलित करने में असमर्थ थे, उन्होंने अपनी क्षमता से अधिक पी ली थी और उनका खुद पर कोई कंट्रोल नहीं था.”

फिर एक पल, मिश्रा भाटिया के बहुत करीब बैठ गए, और फिर वह एंकर की ओर झुके और ‘किस’ करने के लिए कहा. “उनके शब्द थे, ‘तुझे इक्विटी चाहिए तो एक चुम्मी तो दे दे.’” भाटिया ने खुद को “असुरक्षित”,”धमकाया हुआ” महसूस किया. तब उन्होंने "मिश्रा को अपने हाथ से रोका, जिस पर मिश्रा ने कहा 'भाई तू अब ऐसा करेगा मेरे साथ.'"

कुछ ही समय बाद लैंगर ने भाटिया को फोन किया और उन्हें ‘जाने के लिए’ कहा क्योंकि पहले फ्लोर पर मौजूद टिकेकर ने लैंगर को फोन किया और शिकायत की, दोनों "बहुत ज्यादा शोर कर रहे हैं". भाटिया ने लैंगर से कहा, "अवलोक, मैं जाने की कोशिश कर रहा हूं, मैं जाने की ही कोशिश कर रहा हूं."

इसके बाद मिश्रा ने "खुद के कपड़े खोल दिए और केवल अपनी टी-शर्ट में खड़े थे, उनके निजी अंग स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे”. मिश्रा ने दोहराया कि वह एक ‘किस’ चाहते हैं. भाटिया “भौंचक” और "खुद के लिए भयभीत" थे. उन्होंने मिश्रा से कहा, "कोई ठेस नहीं पहुंचाना चाहता लेकिन बस मुझे जाने दो. बस मुझे जाने दो", ताकि वो उस पर यौन रूप से हावी होने की "अपनी अनियंत्रित इच्छा को छोड़ दे".

भाटिया को तब टिकेकर का फोन आया, जिसने उनको "बिल्ली को ऊपर भेजने के लिए कहा." उसने ऐसा किया, और देखा कि टिकेकर "ऊपर के अपने कमरे से बाहर झांक रही थीं" और स्पष्ट रूप से देख सकती थीं कि उनका पति “बिना अपने बॉक्सर और अपनी टी-शर्ट में पूरी तरह से नशे की हालत में खड़ा था". लेकिन उन्होंने “कुछ नहीं" किया.

टिकेकर ने केवल भाटिया को “बिल्ली को ऊपर भेजने के बहाने फंसाया रखा”, जबकि इस बीच मिश्रा ने "अपने यौन संबंध बनाने की कोशिशें जारी रखीं". भाटिया का कहना है कि टिकेकर "यह सब करने में एक सहायक रहीं और उन्होंने उसे (मिश्रा) को अवसर प्रदान किया”.

मिश्रा "इक्विटी के बदले एक चुंबन की लगातार मांग के साथ" भाटिया की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन आखिरकार एंकर "बहुत मुश्किल से भाग निकले". इसके बाद उन्होंने तुरंत "लैंगर को फोन किया और उन्हें घटना की जानकारी दी".

बाद का घटनाक्रम: एक बैठक और एक माफी

भाटिया ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया कि लैंगर के अलावा, उसने दो अन्य लोगों को बताया कि 7 और 8 अक्टूबर की रात को मिश्रा के घर पर क्या हुआ था. अपनी पार्टनर (अब पत्नी) और सहयोगी अरविंद जायसवाल को जो अब उनके साथ स्कूपव्हूप को छोड़कर अनफ़िल्टर्ड में काम करते हैं.

न्यूज़लॉन्ड्री ने जायसवाल से संपर्क किया, उन्होंने पुष्टि की, कि उन्हें 8 अक्टूबर 2021 की शाम को भाटिया ने व्हाट्सएप कॉल किया था.

जायसवाल ने कहा, "मैं छह साल से समधीश के साथ काम कर रहा हूं और मैंने उसे इतना परेशान कभी नहीं देखा.” समधीश ने उन्हें बताया कि, “वह (भाटिया) स्कूपव्हूप के ऑफिस में सात्विक मिश्रा से मिले और फिर दोनों एक बार में गए, जहां अवलोक (लैंगर) उनके साथ शामिल हुए. अवलोक बाद में चले गए और सात्विक ने समधीश को और शराब पीने के लिए घर चलने को कहा और जब वे वहां पहुंचे, तो सात्विक ने उसका यौन उत्पीड़न किया.”

जायसवाल ने कहा कि भाटिया ने फोन पर इस घटना के बारे में बताया."मुझे सही से याद तो नहीं लेकिन उसने कहा कि सात्विक ने अपने बॉक्सर निकाल दिए थे, और एक टी-शर्ट को छोड़कर पूरी तरह नग्न खड़ा था. सात्विक उनसे ‘किस’ या मुख-मैथुन चाहता था. उसने (भाटिया) ने इसका विरोध किया और कहा, 'क्या तुम पागल हो? तुम क्या कर रहे हो?' लेकिन फिर भी सात्विक दोहराता रहा,'तू इतना नहीं करेगा?'तब समधीश ने उसे सोफे पर धकेल दिया और सात्विक के घर से चला गया.”

भाटिया की आईसीसी शिकायत में दावा किया गया है कि लैंगर ने नई कंपनी में उनकी भूमिकाओं पर चर्चा करने के "बहाने" स्कूपव्हूप ऑफिस में 9 अक्टूबर को एक बैठक के लिए बुलाया था.

इस मीटिंग में भाटिया ने लैंगर को बताया कि मिश्रा के घर पर क्या हुआ था, और बाद में लैंगर ने कथित तौर पर तीन अलग-अलग लोगों की बाते भाटिया को बताईं.

सबसे पहले, स्कूपव्हूप के सह-संस्थापक प्रतीम मुखर्जी (जिने उनके दोस्त और सहकर्मी ऋषि के नाम से पुकारते हैं)"इस बात से चिंतित थे कि अगर यह घटना सामने आई तो कंपनी की नई डील खतरे में पड़ जाएगी”.

गौरतलब है कि हाल ही में गुडग्लैम ने स्कूपव्हूप का अधिग्रहण किया है.

दूसरा, टिकेकर भाटिया से "नाखुश" थीं और उनका मानना था कि वह "कंपनी के सीईओ के साथ ऐसा व्यवहार नहीं कर सकते"- भाटिया ने इसे "धमकी" माना. और तीसरा, सात्विक "नाखुश" थे और उन्हें चिंता थी कि कहीं भाटिया 8 अक्टूबर को उनके घर से निकलते समय उनके पिता से न मिले हों.

न्यूज़लॉन्ड्री ने लैंगर से बातचीत करने के लिए उन्हें संपर्क किया लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह इस मामले में आंतरिक जांच में शामिल है.

भाटिया की लैंगर से मुलाकात के एक दिन बाद और कथित घटना के दो दिन बाद, 10 अक्टूबर, 2021 को मिश्रा ने सुबह 4:34 बजे भाटिया को व्हाट्सएप पर माफीनामा भेजा. इसका स्क्रीनशॉट भाटिया ने पटियाला हाई कोर्ट में दायर अपनी याचिका में भी शामिल किया है.

मैसेज में लिखा गया है: "समधीश, मुझे अपने व्यवहार के लिए खुद पर शर्म और घृणा है, और मैं तुमसे माफी मांगता हूं. यह कोई बहाना नहीं है, लेकिन मैं पिछले कुछ समय से एंटी डिप्रेशन और एंटी एंग्जायटी की गोलियां ले रहा हूं और शराब के साथ, वे मुझे एक बहुत ही भयानक जगह पर ले गईं. मुझे उस रात का अधिकांश हिस्सा याद नहीं है, लेकिन अगली सुबह इसके बारे में जानने के बाद, जिसमें मैंने श्रीपर्णा और। ..(उनकी बेटी) को जिस परिस्थिति में शामिल किया, तब से सोना या खाना बहुत मुश्किल हो गया है. मुझे सचमुच अफसोस है. मुझे नहीं पता कि मैं उस रात कौन था. मैं उम्मीद करता हूं कि तुम मुझे माफ कर सकोगे, और अगर नहीं तो मैं समझ सकता हूं.

"अगर ऐसा कुछ है जो मैं तुम्हें बेहतर महसूस कराने के लिए कर सकता हूं या जो मैंने तुम्हारे साथ उसे ठीक करने में, तो कृपया मुझे बताना. मुझे सच में बहुत खेद है. मैं तुम्हारी बेहतरी की उम्मीद करता हूं”.

"अगर तुम्हें ठीक लगे तो मैं तुमसे व्यक्तिगत तौर पर मिलकर, तुम्हारे झारखंड जाने से पहले मांफी मांगना चाहता हूं."

भाटिया ने कहा कि उन्होंने इस मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया.

भाटिया ने शिकायत में तीन मांग की हैं,पहला कि स्कूपव्हूप आईसीसी एक नई समिति का गठन करे, जिसकी सदस्य टिकेकर नहीं हों. दूसरा मिश्रा को तुरंत सीईओ पद छोड़ने के लिए कहा जाए और तीसरा कथित यौन हमले की "गहन" और "निष्पक्ष" जांच हो.

मिश्रा का पक्ष: ‘जो भाटिया ने उस रात के बाद किया वह 100 प्रतिशत आपराधिक है’

न्यूज़लॉन्ड्री ने सात्विक मिश्रा को फोन किया जिन्होंने 6 फरवरी को "व्यक्तिगत कारणों" का हवाला देते सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया. मिश्रा ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने भाटिया का यौन उत्पीड़न किया. उन्होंने भाटिया पर जबरन वसूली का आरोप लगाया, कि उन्होंने यौन उत्पीड़न की शिकायत को वापस लिए जाने के बदले करोड़ों रुपए की मांग की.

मिश्रा ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया, “जो समधीश का आरोप है ऐसा कभी नहीं हुआ.” वह कहते हैं, “मुझे जो कुछ भी याद है, बातचीत का सेक्सुअल पहलू नहीं था. मुझे लगा कि मैं एक सुरक्षित जगह अपने घर में रात के 1 बजे शराब पी रहा हूं, एक ऐसे दोस्त के साथ जिसे में पांच साल से जानता हूं.”

नीचे मिश्रा का पक्ष है जिसे संक्षिप्त रखने के लिए सम्पादित किया गया है.

मिश्रा ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया कि वो और लैंगर, भाटिया से 7 अक्टूबर 2021 को मिले थे, मिश्रा “अन्सक्रिप्टेड के सह-संस्थापक के रूप में उसको(भाटिया) लाने को लेकर उत्साहित थे.” उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि भाटिया को नई कंपनी में 7.5 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश की गई थी.

मिश्रा कहते हैं कि वे तीनों उनके घर के पास की बार में शाम 7 बजे से लेकर रात के 12:30 तक थे. उन्होंने बताया, “मैंने और समधीश ने ज्यादा पी ली, जबकि अवलोक ने बस 2-3 बियर ली थीं और वो काफी सम्भले हुए थे.”

मिश्रा के अनुसार जैसे-जैसे भाटिया को नशा होता गया, वो काबू से बाहर होते गए: “मीडिया और पत्रकारिता के भविष्य को लेकर शुरू हुई ये साधारण बातचीत खत्म होते-होते समधीश की आत्ममुग्ध बातों में बदल गई जिसमें वो कह रहे थे कि उन्होंने अकेले ही अनस्क्रिप्टेड को खड़ा किया और उनका कंपनी में 25 प्रतिशत हिस्से पर हक बनता है. वो इस बात पर भी अड़े थे की हम शाहबाज अंसार को निकाल दें, वो एक प्रतिभाशाली पत्रकार है जिसे हमने पिछले साल रखा था. उनका कहना था कि शाहबाज उनके स्टाइल की नकल करता है और अब, जब वो सह-संस्थापक की भूमिका में आ रहे हैं, तो उनका पहला काम शाहबाज को निकालना होगा.”

“हालांकि मैं असहज था, लेकिन शुरू में वो बस कहने वाली बात लगी पर जब उन्हें (भाटिया) ज्यादा चढ़ गई तो वे गुस्से में मांग करने लगे कि शाहबाज को अगले दिन ही निकला जाए. वो इस बात पर भी रुष्ट थे कि मैंने उन्हें बस 7.5 प्रतिशत हिस्सेदारी की ही पेशकश की और, उनके ही शब्दों में कहूं तो, ये बेइज्जती लगी. उनके शब्द थे- ‘अगर तुम मुझे 25 प्रतिशत नहीं देते हो, तो अनस्क्रिप्टेड खत्म हो जाएगा. मैं ही अनस्क्रिप्टेड हूं.’ उन्होंने इन शब्दों को उस रात बार-बार छंटी हुई मां-बहन की गालियों के साथ दोहराया.”

मिश्रा ने ये स्वीकार किया कि वो “खुद भी बहुत नशे में थे” और उस समय “ठीक से बात भी नहीं कर पा रहे थे.” रात साढ़े बारह बजे, मिश्रा और भाटिया ने “मेरे घर पर एक आखरी ड्रिंक लेने” का निर्णय किया, जबकि लैंगर अपने घर चले गए.

दोनों ने अपनी बातें मिश्रा के घर पहुंच कर भी चालू रखीं: “जब हम रात साढ़े बारह के करीब घर पहुंचे, नशे में धुत समधीश ने अपनी गुस्से से भरी बातें मेरे लिए चालू रखीं और चिल्लाना व अपने 25 प्रतिशत को मांगना शुरू कर दिया. वो अवलोक (उनके बॉस) और उनकी टीम में बाकी लोगों को भी निकलना चाहते थे क्योंकि उनके अनुसार, वही हैं जो सारे दर्शकों को लाते हैं.”

“वो बहुत ऊंची आवाज में गलियां दे रहे थे और उससे मेरी पत्नी और मेरी नन्हीं बेटी उठ गए. मैंने उसे शांत करने की कोशिश की और कई बार आवाज नीची रखने को कहा. मैंने उससे मेरे घर से अपने घर जाने की मिन्नतें कीं, लेकिन उसने सुना ही नहीं. मेरी आया- जो समधीश और मेरे साथ कमरे में ही थीं- और मेरी पत्नी, जो बिगड़ती हुई स्थिति से भयभीत थीं, ने समधीश से जाने को कहा लेकिन वो नहीं हिला और उसने अपना बोलना जारी रखा. उसे आखिर में अपने को और हमारी बच्ची को बचाने के लिए एक कमरे में बंद करना पड़ा. डर से घबराकर, उसने हड़बड़ी में अवलोक, ऋषि - जो भी पास रहता था - और अपने भाई को घर आने के लिए फोन किया और समधीश को घर से निकलने को कहा (ये मुझे बाद में मालूम चला).”

“तब तक, पूरी रात उसके बुरे बर्ताव को देखकर चुप रहने, संयम बनाए रखने के बाद, मैंने भी अपना आपा खो दिया. अचानक मुझे कुछ हो गया. नशे की हालत में, किसी तरह खड़े होकर, मैं लड़खड़ाया और उसे अपने घर से बहार धकेलने की कोशिश की. मैं बहुत आक्रामक हो गया (जिसका मुझे दिल से अफसोस है). परिस्थिति बहुत खराब हो गई थी.”

“जब मैं अगली शाम हैंगओवर और पिछली रात के भयावह आखिरी लम्हों की स्मृति के साथ जागा, तो मुझे बहुत बुरा महसूस हुआ.”

“यह पहचानते हुए कि मैं उसका सीनियर हूं और मुझे बेहतर बर्ताव करना चाहिए था, जिम्मेदारी से पीना चाहिए था और शाम को इतनी देर, और इतना काबू के बाहर नहीं जाने देना था; मुझे लगा कि मुझे उससे माफी मांगनी चाहिए, जो मैंने उसे अगले दिन मेसेज के जरिए भेज दी. वही सही कदम था. मैंने अपनी आया और अपनी पत्नी (जो स्वाभाविक है कि मुझे बात नहीं कर रही थी) से भी माफी मांगी.”

मिश्रा कहते हैं कि भाटिया के वकील ने उनसे “कुछ दिन बाद” संपर्क किया, और मिश्रा के हाथों भाटिया को हुए “मानसिक और शारीरिक अवसाद” के लिए “नकद” 7 करोड़ रुपए की मांग की. मिश्रा आरोप लगाते हैं, “उसने कहा कि अगर आप मना करते हैं तो हम आपके खिलाफ उत्पीड़न और हिंसा का मुकदमा करेंगे और आप उससे मुकर भी नहीं पाओगे क्योंकि आप उन्हें माफी भेज चुके हो.”

भाटिया को भेजी गई माफी को मिश्रा समझाते हैं, “मैं समझता हूं कि ऐसी माफी के साथ, आप कुछ भी कहानी गढ़ सकते हो और वो सही लगेगी. लेकिन मुझे वास्तव में बुरा लगा. कोई भी सही मूल्यों वाला व्यक्ति बुरी तरह पीने के लिए अगले दिन माफी मांगेगा.”

मिश्रा ने यह भी कहा भाटिया के आरोप “सरासर झूठ” हैं और “मुझे नुकसान पहुंचाने के इरादे” और पैसे वसूलने के लिए गढे गए हैं: “अगले कुछ हफ्तों के लिए उसने अपने प्रभाव का इस्तेमाल मुझसे ये रकम वसूलने के लिए किया. उसने वो शिकायत दर्ज की है, जिसमे दावा है कि मैं खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. वो मुझसे ज्यादा वजन वाला और ताकतवर है. उसने मुझे उस हालत में देखा कोई भी समझदार व्यक्ति घर से चला जाता. किसने उसे ऐसा करने से रोका?”

“उसकी सीधी सी पेशकश थी, तुम मुझे पैसे दो और मैं ये शिकायत और मामला भी वापस ले लूंगा. नवम्बर में हुई एक और मीटिंग में उसने अनस्क्रिप्टेड में 50 प्रतिशत किस्सेदारी मांगकर, ‘सब गायब हो जाएगा’ की बात की. दो हफ्ते बाद, वो ऋषि से ब्लू टोकाई में मिला. वो बस यूट्यूब चैनल चाहता था और बाकी सब हम रख सकते थे, उसने ये भी कहा की वो मामला खत्म कर देगा.

“उसने मुझे घेरने के लिए उस रात की बातों को भी बुरी तरह तोड़-मरोड़ कर पेश किया. उससे डरकर, उसके प्रभाव और वो जो भी कर सकता है से डरकर, मैंने सुलह की कोशिश की. मैंने उसकी मान मानने की भी पेशकश की अगर वो उचित रकम पर राजी हो जाए. उसका आखिरी प्रस्ताव 3.5 करोड़ रुपए का था, जो मेरी पहुंच के बाहर था.”

इस वसूली के प्रमाण के तौर पर, मिश्रा ने न्यूज़लॉन्ड्री के साथ एक रिकॉर्डिंग का कुछ हिस्सा साझा किया, जो कथित तौर पर “दिसंबर के अंत और जनवरी के मध्य में” भाटिया के वकील रितेश दुबे और “मिश्रा के एक सहयोगी” के बीच की फोन कॉल है. न्यूज़लॉन्ड्री स्वतंत्र रूप से इस रिकॉर्डिंग को सत्यापित नहीं कर पाई है.

सहयोगी: यार बेसिकली, मुझे सात्विक से एक नया ऑफर मिला है..... जो तुमने दूसरा 3.5 करोड़ का ऑफर दिया था…. मतलब वो कह रहा है की वो उससे राजी है.

दुबे: हम्म्म. वो उससे राजी है?

सहयोगी: हां, वो इतना देने को राजी है. सात करोड़ उसके लिए ज्यादा हैं. लेकिन वो ऐसा था कि, ‘3.5 करोड़ देने को मैं राजी हूं.”

दुबे: ओके, तो मैं उसे (भाटिया) मैसेज कर देता हूं. मुझे नहीं मालूम कि वो दिल्ली में है भी क्योंकि उसने शादी कर ली और वो अपनी छुट्टी पर गया है.

बातचीत दुबे के भाटिया के जवाब आने के बाद संपर्क करने पर खत्म हो जाती है.

ये ऑडियो क्लिप साझा करने के बावजूद मिश्रा का कहना है कि उन्होंने भाटिया को पैसे की कोई पेशकश नहीं की (जबकि उनके सहयोगी दुबे से रिकॉर्डिंग में यही कहते हैं). मिश्रा ने कहा, “समधीश ने मुझसे 3.5 करोड़ मांगे थे और मैंने कहा मेरे पास इतनी नगदी नहीं है.”

मिश्रा ने न्यूज़लॉन्ड्री को यह भी बताया कि उन्हें 7 और 8 अक्टूबर 2021 की रात को “अपने किए बर्ताव का बहुत पछतावा है”, लेकिन घटनाओं को गलत तौर पर पेश किया गया है: “मैं मानता हूं कि मेरी हरकतें भद्दी, उपद्रवी और मुझसे अपेक्षित नहीं थीं और मैं अपने बर्ताव के लिए बहुत शर्मिंदा भी हूं. मैंने अपने परिवार, मेरी कंपनी, मेरे सहकर्मियों और मेरे सह-संस्थापकों को शर्मिंदा किया है. लेकिन मैं इसको एक घिनौनी कहानी नहीं बनने दूंगा ताकि एक लालची सहकर्मी अपना बदला निकाल सके.”

पिछले कुछ महीने मेरे और मेरी पत्नी के लिए अत्यधिक कठिन रहे हैं. ऐसा शायद ही कोई दिन होगा जब हममें से एक टूट न जाता हो. और आपको एक जगह पर सीमा रेखा खींचनी पड़ती है कि बस बहुत हुआ, मैं अब और प्रताड़ित नहीं होऊंगा.

जब उसे (भाटिया) समझ आ गया कि उसे वो पैसा नहीं मिलेगा, तो उसने वो रहस्य्मयी पोस्ट इंस्टाग्राम पर डाली (6 जनवरी). ऐसा उसने पिछले साढ़े तीन महीनों में क्यों नहीं किया ?”

भाटिया का जबरन वसूली से इनकार: 'वो मुझे चुप कराने के लिए पैसे दे रहे थे’

मिश्रा के दावों के बारे में पूछे जाने पर कि भाटिया ने शराब के नशे में स्कूपव्हूप के कुछ कर्मचारियों को निकालने की मांग की थी, भाटिया ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया कि यह जानकारी यौन उत्पीड़न की शिकायत से जुड़ी हुई नहीं है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मिश्रा ने जो बातें बताईं वह सही नहीं है.

भाटिया ने कहा, "मैंने जो घटनाक्रम बताया मैं उसके साथ पूरी तरह से खड़ा हूं. मुझे लगता है कि सात्विक ने अपनी स्टोरी बहुत अच्छे से लिखी है. ये सरासर झूठ है.” उन्होंने आगे कहा, मैं चाहूं तो बिंदुवार सभी बातों का खंडन कर सकता हूं लेकिन मैं उनके स्तर तक गिरना नहीं चाहता.”

हालांकि उन्होंने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया कि उन्होंने मिश्रा से पैसों की उगाही की कोशिश की. भाटिया के अनुसार, वह मिश्रा ही थे जिन्होंने कथित यौन उत्पीड़न के बारे में चुप रहने के लिए उन्हें पैसे की पेशकश की थी. भाटिया ने कहा, "जो वह दावा कर रहे हैं कि मेरे वकील ने उतनी राशि की उनसे मांग की थी, वास्तव में वह मुझे उतना मुझे चुप कराने के लिए दे रहे थे. उन्होने मेरे वकील को बुलाकर यह प्रस्ताव दिया था.”

भाटिया ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूपव्हूप के सह संस्थापक प्रतिम मुखर्जी, जिन्हें ऋषि भी कहा जाता है, ने भी उन्हें कंपनी एचआर के सामने शिकायत को वापस लेने के लिए ऑफर दिया था.

भाटिया ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया, “मैं 22 अक्टूबर 2021 को ऋषि और स्कूपव्हूप एचआर मैनेजर पूनम सपरा से मिला था. मैंने अपनी तीन मांगों को दोहराया. तभी ऋषि ने मुझसे पूछा कि मुझे क्या चाहिए”. मैंने उनसे कहा कि कानून में एक निर्धारित प्रक्रिया है जिसका कंपनी को पालन करना होता है- एक आईसीसी जांच. इस पर ऋषि ने कहा कि जांच नहीं हो सकती क्योंकि इससे स्कूपव्हूप का गुड ग्लैम के साथ सौदा खराब हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अन्य संभावनाएं खुली हैं. उन्होंने मुझे अनस्क्रिप्टेड में अधिक इक्विटी की भी पेशकश की.”

भाटिया ने कहा कि वह इस तरह सवाल-जवाब से हतप्रभ थे और उन्होंने बैठक में मुखर्जी से कहा, "मैंने उनसे पूछा कि क्या वह गंभीर हैं? मैंने कहा, 'जिन मूल्यों पर स्कूपव्हूप चल रही है क्या वह आपके लिए कोई मायने नहीं रखते?”.

भाटिया ने यह सवाल भी किया कि मिश्रा ने 7 और 8 अक्टूबर 2021 की रात के मेरे व्यवहार को लेकर क्यों किसी से शिकायत नहीं की. “क्या उन्होंने कंपनी में किसी को इसकी सूचना दी थी? वह एचआर या किसी और को इसकी सूचना दे सकते थे”, भाटिया ने कहा.

कानूनी प्रक्रिया

6 जनवरी को, अनफिल्टर्ड के भाटिया के द्वारा कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के इंटरव्यू का ट्रेलर जारी किया, तो एंकर को व्हूपस्कूप मीडिया, जो 12 अक्टूबर 2021 को पंजीकृत हुई सहयोगी कंपनी है, की “शिकायत टीम” को ईमेल मिला.

उसमें कहा गया, “ये आपके द्वारा यौन प्रताड़ना का आरोप लगाती हुई ईमेल से सम्बंधित है. कृपया आप आश्वस्त रहें कि हम यौन प्रताड़ना के आरोपों को बहुत गंभीरता से लेते हैं.”

न्यूज़लॉन्ड्री के द्वारा देखे गए इस ईमेल आदान-प्रदान में इस टीम ने, एंकर को अपनी शिकायत से सम्बंधित दस्तावेज पेश करने, गवाहों की जानकारी और एक “तारीख और समय देने को कहा जब हम आपसे मिलकर कार्रवाई को आगे बढ़ा सकें.”

अक्टूबर 2021 में शिकायत करने के बाद ये पहली बार था जब भाटिया से कंपनी ने संपर्क किया.

7 जनवरी को भाटिया ने अपना जवाब भेजा. उन्होंने पूछा, “क्या मैं जान सकता हूं कि इस शिकायत टीम में कौन-कौन है? मेरे लिए यह जरूरी है क्योंकि स्कूपव्हूप अनस्क्रिप्टेड में 6 साल तक काम करने के बाद भी मैंने ऐसी किसी टीम के बारे में नहीं सुना, और इसलिए कि मेरे और इस टीम के बीच विश्वास बना रहे, साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित करने के लिए की यह मामला एक हद तक निष्ठापूर्ण तरीके से चले, मेरे लिए है जानना जरूरी है कि इस टीम में कौन-कौन हैं."

जब उन्हें इसका जवाब नहीं मिला तो भाटिया ने व्हूपस्कूप मीडिया को 12 जनवरी को दोबारा लिखा. उन्होंने लिखा, “मैं शिकायत टीम के द्वारा की जा सकने वाली कार्यवाही की आवश्यकता के लिए हर प्रकार का सहयोग दस्तावेज सबूत इत्यादि मुहैया कराने का इच्छुक हूं. लेकिन बहुत अच्छा होगा कि निम्नलिखित सवालों का जवाब मिल सके. 1. क्या यह शिकायत टीम आईसीसी के अंतर्गत काम कर रही है? अगर हां तो कृपया टीम की कार्यकारिणी साझा करें. 2. क्या इस शिकायत टीम के पास पेशा कानून के अंतर्गत आईसीसी जैसे अधिकार और शक्तियां दी गई हैं?"

भाटिया ने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी भी प्रकार के मुंह बंद रखने के आदेश, जानकारी न बाहर देने की शर्त को नहीं मानेंगे, भले ही शिकायत टीम या आईसीसी या और कोई कमेटी किसी भी प्रकार की कार्यवाही लेने का निर्णय करे भी या नहीं."

19 जनवरी को व्हूपस्कूप पटियाला हाउस अदालत पहुंच गया, जहां उन्होंने एक सिविल मामले के जरिए भाटिया और मिश्रा के खिलाफ अस्थाई रूप से चुप रहने के आदेश का आवेदन किया. उनका तर्क था कि अगर यौन प्रताड़ना के आरोप सार्वजनिक हुए तो स्कूपव्हूप की छवि को हानि पहुंचेगी.

अपने खिलाफ व्हूपस्कूप के केस को लेकर मिश्रा कहते हैं, "यह जवाब तो कंपनी को देना चाहिए. मेरी इस पर कोई टिप्पणी नहीं है."

22 जनवरी को हुई पहली सुनवाई में पटियाला हाउस अदालत में भाटिया और मिश्रा पर पाबंदी लगाने से इनकार कर दिया. जज ने कहा, "इस समय, अदालत का यह मानना है, यह नहीं कहा जा सकता कि जिस इंस्टाग्राम पोस्ट की बात हो रही है, जिसे प्रतिवादी नंबर 1 (भाटिया) ने पोस्ट किया है, किसी भी तरह से अपमानजनक/प्रताड़ित करने वाली/अश्लील/असभ्य/मानहानि करने वाली है. यह केवल वादी की आशंका है कि प्रतिवादी नंबर दो (मिश्रा) और उनकी पत्नी और/या कोई और व्यक्ति/संस्थान, किसी भी प्रकार का मानहानि सामग्री, सोशल मीडिया/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया/प्रिंट मीडिया पर प्रकाशित करेगा या फैलाएगा."

मामले की दूसरी सुनवाई 1 फरवरी सुबह 10:00 बजे के लिए निश्चित थी. भाटिया, जिन्हें शिकायत टीम ने 12 जनवरी के बाद से संपर्क नहीं किया था को सुबह 9:59 पर एक ईमेल मिला जिसमें जानकारी दी गई कि शिकायत टीम में एचआर मैनेजर पूनम सपरा और वकील सुकून के एस चंदेले हैं.

स्कूपव्हूप की ईमेल कहती थी, "कार्यवाही कुछ इस प्रकार की है कि आपके और आपके द्वारा आरोपित किए गए व्यक्ति के हित में हम सारी प्रक्रिया खत्म होने तक पूरी गोपनीयता को प्रोत्साहित करते हैं."

उसमें यह भी था कि शिकायत की "प्रारंभिक सुनवाई" 4 फरवरी को दिल्ली में वसंत कुंज के रीजस बिजनेस सेंटर में की जाएगी.

भाटिया के वकील दुबे ने उसी दिन दोपहर करीब 1:00 बजे इसका जवाब दिया. उन्होंने भाटिया की तरफ से लिखा, "इस परिस्थिति में, इस स्वघोषित 'शिकायत टीम' की ईमेल, केवल भटकाने का एक पैंतरा और सबूत पैदा करने के लिए एक बाद में आया हुआ ख्याल लगती हैं." उन्होंने यह भी कहा कि यह स्पष्ट नहीं था कि यह शिकायत टीम कानून के द्वारा निर्धारित आईसीसी, जिसको यौन प्रताड़ना के मामलों को देखने का जिम्मा मिलता है, से किस प्रकार से जुड़ी थी. दुबे ने आगे यह भी जोड़ा कि व्हूपस्कूप ने यह नहीं स्पष्ट किया कि "एक शिकायत टीम क्या है और उसे कार्यवाही के अधिकार और शक्तियां कहां से मिलती हैं."

शिकायत टीम की विश्वसनीयता पर महिलाओं का कार्यस्‍थल पर लैंगिक उत्‍पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम 2013 (पेशा) के अंतर्गत सवाल उठाते हुए, दुबे ने टीम को "व्हूपस्कूप की शह पर, कंपनी की छवि को बचाने और आरोपी को संरक्षण देने के लिए खड़ा किया गया एक ढोंग का कृत्य" बताया.

इस मामले की तीसरी सुनवाई 10 फरवरी के लिए निश्चित है जब भाटिया अपना जवाब दाखिल करेंगे. 16 नवंबर 2021 को इसी अदालत में उनके द्वारा मिश्रा के खिलाफ दाखिल किया गया मामला 24 जनवरी को सुना जाएगा.

न्यूजलॉन्ड्री ने स्कूपवूप से भाटिया की शिकायत और मिश्रा के दावों से संबंधित कुछ सवालों को लेकर संपर्क किया. यह रिपोर्ट उनकी तरफ से कोई जवाब आने पर अपडेट कर दी जाएगी. भाटिया के वकील का पूरा वक्तव्य आप यहां पढ़ सकते हैं.

Also Read: क्यों मीडिया को राहुल के भाषण में 'दूसरे भारत' की ओर ध्यान देना चाहिए?

Also Read: जम्मू कश्मीर: पत्रकार पर पीएसए लगाते हुए पुलिस ने कहा- आपकी रिहाई पूरी घाटी के लिए खतरा होगी