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एनएल चर्चा 196: बीसीसीआई बनाम विराट कोहली, अजय मिश्र ‘टेनी’ और चुनाव आयोग को पीएमओ से समन

एनएल चर्चा का यह अंक भारतीय क्रिकेट टीम में चल रही उथल-पुथल पर केंद्रित रहा. क्रिकेटर विराट कोहली की कप्तानी और बीसीसीआई के अंदर हो रही राजनीति, लखीमपुर खीरी हिंसा में सामने आई एसआईटी की रिपोर्ट, अजय मिश्र ‘टेनी’ की पत्रकारों के साथ बदसलूकी, पीएमओ की बैठक में चुनाव आयुक्त को शामिल होने का सम्मन और आयोग द्वारा इस पर की गई आपत्ति जैसे विषय चर्चा में रहे.

चर्चा में इस हफ्ते बतौर मेहमान खेल पत्रकार चंद्रशेखर लूथरा शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री के एसोसिएट एडिटर मेघनाद एस और सह संपादक शार्दूल कात्यायन भी चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया ने किया.

अतुल चर्चा की शुरुआत विराट कोहली की कप्तानी के मुद्दे से की. अतुल कहते हैं, "हमारे सामने दो घटनाएं घटी हैं. पहली यह कि विराट कोहली ने टी-20 क्रिकेट की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया. दूसरी, बीसीसीआई ने जब साउथ अफ्रीका जाने वाली टीम की घोषणा की तो विराट को वनडे की कप्तानी से भी हटा दिया. दूसरा सौरभ गांगुली का यह कहना कि विराट को पहले ही इस मामले की जानकारी दी गई थी, जबकि विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इससे गलत बताया है. आमतौर पर देखा जाता है जब कोई कप्तान अपना पद छोड़ता है, खासकर अगर खिलाड़ी विराट के कद का हो तो तो उसके योगदान का जिक्र होता है, उसकी सेवाओं के लिए धन्यवाद ज्ञापित होता है. लेकिन विराट के मामले में बोर्ड का रवैया बेहद रूखा रहा.”

इसके जवाब में चंद्रशेखर कहते हैं, "बीसीसीआई ने किसी का आभार आज तक नहीं दिया. क्रिकेट केवल तकनीक और रणनीति पर नहीं कुछ संकेतों पर भी खेला जाता है. क्रिकेट में क्रोनोलॉजी की बात करें तो पहले सुप्रीम कोर्ट में क्रिकेट को लेकर जो सुनवाई शुरु हुई, जस्टिस लोढ़ा कमेटी बनी, तब लगा कि कुछ बदलाव आने वाला है. लेकिन अब इस खेल को एक पार्टी को पकड़ा दिया गया है. पहले यहां सभी पार्टियों के लोग हुआ था करते थे लेकिन अब सिर्फ एक पार्टी है. दूसरी बात बोर्ड के भीतर सौरभ गांगुली की कितनी चलती है उसका एक उदाहरण हाल ही में सामने आया, जब भारत से दो बड़े लोग बीसीसीआई की तरफ से जिम्बाब्वे पहुंचे. वहां पहुंचने के बाद गांगुली को मेल से पता चला कि यह लोग जिम्बाब्वे पहुंचे हैं.”

अतुल से चंद्रशेखर से एक और सवाल करते हैं, "टी-20 से हटने का फैसला विराट का था या सौरभ गांगुली का?"

चंद्रशेखर कहते हैं, "टी-20 से हटने का फैसला विराट का था. वर्ल्ड कप से एक महीने पहले एक ऑनलाइन मीटिंग में कप्तानी के बारे में चर्चा हुई थी, उस मीटिंग में जय शाह, सौरव गांगुली, रोहित शर्मा और पांच सेलेक्टर्स भी मौजूद थे.”

वनडे की कप्तानी के विषय पर चंद्रशेखर कहते है, “विराट और गांगुली दोनों बहुत चालाक हैं. अफ्रीका में विराट वनडे खेलना चाहते थे, लेकिन बीसीसीआई ने बोल दिया कि विराट खेलना नहीं चाहते थे इसलिए उन्हें शामिल नहीं किया गया वनडे टीम में.”

बीसीसीआई और विराट के बीच होती राजनीति के विषय पर शार्दूल कहते हैं, “जो विराट के साथ हुआ वह कोई नई बात नहीं है. ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है. इसकी वजह है बीसीसीआई में पारदर्शिता की कमी. जितने भी नेता क्रिकेट में घुसे हैं वह क्रिकेट की भलाई के लिए नहीं बल्कि पैसा और पॉवर के लिए वहां घुसे हुए हैं.”

इस विषय पर मेघनाद कहते हैं, “भारतीय टीम जब भी किसी टूर पर जाती है तब उन्हें वहां ठहरने के दौरान सभी खिलाड़ियों को होटल में कमरा दिया जाता है वहीं कप्तान को सूट मिलता है. धोनी के समय में ऐसा था कि कप्तान का सूट सबके लिए खुला होता था, खिलाड़ी बातचीत कर सकते थे. विराट के समय में दरवाजा बंद हो गया. ऐसा भी हुआ कि जब बीसीसीआई ने विराट को फोन किया किसी टूर के दौरान तब उनसे बातचीत नहीं हो पायी. तो विराट और बीसीसीआई के बीच पैदा हुए मनमुटाव की कई वजहें हैं.”

इस विषय के अलावा लखीमपुर खीरी की घटना से जुड़ी एसआईटी की जांच रिपोर्ट पर भी विस्तार से बातचीत हुई और साथ में गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी द्वारा पत्रकारों से की गई गाली-गलौच पर भी चर्चा हुई. पूरी बातचीत सुनने के लिए हमारा यह पॉडकास्ट सुनें और न्यूज़लॉन्ड्री को सब्सक्राइब करना न भूलें.

टाइमकोड

00-2:26 - इंट्रो

2:26-05:03 - हेडलाइंस

05:03-33:46 - क्रिकेटर कोहली की कप्तानी और राजनीती

37:51-55:58 - लखीमपुर खीरी मामले पर एसआईटी की जाँच रिपोर्ट

55:58- 1:09:37 - पीएमओ का मुख्य चुनाव आयुक्त को खत

1:09:37 - सलाह और सुझाव

पत्रकारों की राय, क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए.

मेघनाद एस

हाऊ क्रिप्टो विल चेंज द वर्ल्ड (नॉट) वीडियो शो - जॉनी हैरिस

दीक्षा मुंजाल की ग्राउंड रिपोर्ट - केजरीवाल सरकार द्वारा खेतों में पुआल जलाने के लिए लाए गई योजना जो विफल रहा

वीडियो गेम - कोरस

चंद्रशेखर लूथरा

मनोहर मॉलगोनकर की किताब - द मैन हू किल्ड गांधी

शार्दूल कात्यायन

नरोत्तम मिश्रा का प्रोफाइल - हिंदी और अंग्रेजी - अश्वनी कुमार सिंह और प्रतीक गोयल की रिपोर्ट

वेरिटासियम चैनल - द लॉन्गेस्ट रनिंग इवॉल्यूशन एक्सपेरिमेंट

वीडियो गेम - इट टेक्स टू

अतुल चौरसिया

किसान आंदोलन में शामिल हुए दलित और मजदूरों पर निधि सुरेश और शिवांगी सक्सेना की रिपोर्ट

गाजीपुर बार्डर से रवीश कुमार की वीडियो रिपोर्ट

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हर सप्ताह के सलाह और सुझाव

चर्चा लेटर

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प्रोड्यूसर- आदित्या वारियर

एडिटिंग - उमराव सिंह

ट्रांसक्राइब - अश्वनी कुमार सिंह

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