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टाइम्स ने टीआरपी में छेड़छाड़ को लेकर बार्क से मांगा 431 करोड़ का हर्जाना

बेनेट कोलमन ऐंड कंपनी लिमिटेड (बीसीसीएल) ने अपने चैनल टाइम्स नाउ की टीआरपी कम दिखाने को लेकर ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) को कानूनी नोटिस जारी किया है.

नोटिस में कहा गया है कि बार्क ने उसके चैनल टाउम्स नाऊ की टीआरपी को गलत तरीके से हेरफेर कर कम करके दिखाया. इसलिए बार्क उसे हर्जाने के तौर पर 431 करोड़ का भुगतान करे और लाइसेंस फीस के तौर पर 21.83 करोड़ रुपये का भी भुगतान करे. साथ ही इस रकम का 18 फीसदी सालाना ब्याज का भी भुगतान किया जाए.

नोटिस में कहा गया है कि बार्क बयान जारी कर बताए कि बीसीसीएल का चैनल टाइम्स नाउ बिना किसी विवाद के लीडर था और 2017-2019 के बीच नंबर वन था.

न्यूज़लॉन्ड्री के पास मौजूद इस नोटिस की कॉपी में मुंबई पुलिस कमिश्नर की प्रेस कॉन्फ़्रेंस का भी जिक्र किया गया है जिसमें पुलिस ने बताया था कि बार्क के ऑडिट में पाया गया है कि कई चैनलों की टीआरपी में हेरफेर की गई है.

बीसीसीएल की ओर से कहा गया है कि बार्क ने टीआरपी में अवैध और फ्रॉड तरीके से हेरफेर किया है. बार्क, उसके अधिकारी और सदस्य सीधे तौर पर अवैध गतिविधि में शामिल रहे हैं. इनकी मंशा थी कि बीसीसीएल को नुकसान पहुंचाया जा सके.

इस नोटिस में बार्क की फॉरेसिंक रिपोर्ट का भी जिक्र किया गया है और कहा गया है कि "न्यूज जैनर में टीआरपी के लिए रॉ डेटा को विभिन्न तरीकों से हेरफेर किया जा रहा था ताकि विशेष चैनलों के पक्ष में, अन्य बातों के साथ, धोखे से और बेईमानी से लाभार्थी चैनल को देश में पहली रैंकिंग चैनल के रूप में दिखाया जा सके, बावजूद इसके ऐसा नहीं किया जा रहा है..”

बता दें कि न्यूज़लॉन्ड्री ने बार्क की फॉरेसिंक रिपोर्ट को लेकर रिपोर्ट प्रकाशित की है. जिसमें बताया गया है कि कैसे बार्क के उच्च अधिकारियों ने एक चैनल को फायदा पहुंचाने के लिए अन्य चैनलों की टीआरपी में छेड़छाड़ की.

टीआरपी छेड़छाड़ और व्हाट्सएप चैट लीक पर पढ़ें हमारी डिटेल रिपोर्ट.

Also Read: अर्णबकांड: गोस्वामी बनाम रजत शर्मा: बार्क कैसे हिसाब बराबर करने का एक माध्यम बन गया

Also Read: फेरारी, रोलेक्स और टीआरपी में गड़बड़ी: बार्क के भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा है ऑडिट रिपोर्ट

बेनेट कोलमन ऐंड कंपनी लिमिटेड (बीसीसीएल) ने अपने चैनल टाइम्स नाउ की टीआरपी कम दिखाने को लेकर ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) को कानूनी नोटिस जारी किया है.

नोटिस में कहा गया है कि बार्क ने उसके चैनल टाउम्स नाऊ की टीआरपी को गलत तरीके से हेरफेर कर कम करके दिखाया. इसलिए बार्क उसे हर्जाने के तौर पर 431 करोड़ का भुगतान करे और लाइसेंस फीस के तौर पर 21.83 करोड़ रुपये का भी भुगतान करे. साथ ही इस रकम का 18 फीसदी सालाना ब्याज का भी भुगतान किया जाए.

नोटिस में कहा गया है कि बार्क बयान जारी कर बताए कि बीसीसीएल का चैनल टाइम्स नाउ बिना किसी विवाद के लीडर था और 2017-2019 के बीच नंबर वन था.

न्यूज़लॉन्ड्री के पास मौजूद इस नोटिस की कॉपी में मुंबई पुलिस कमिश्नर की प्रेस कॉन्फ़्रेंस का भी जिक्र किया गया है जिसमें पुलिस ने बताया था कि बार्क के ऑडिट में पाया गया है कि कई चैनलों की टीआरपी में हेरफेर की गई है.

बीसीसीएल की ओर से कहा गया है कि बार्क ने टीआरपी में अवैध और फ्रॉड तरीके से हेरफेर किया है. बार्क, उसके अधिकारी और सदस्य सीधे तौर पर अवैध गतिविधि में शामिल रहे हैं. इनकी मंशा थी कि बीसीसीएल को नुकसान पहुंचाया जा सके.

इस नोटिस में बार्क की फॉरेसिंक रिपोर्ट का भी जिक्र किया गया है और कहा गया है कि "न्यूज जैनर में टीआरपी के लिए रॉ डेटा को विभिन्न तरीकों से हेरफेर किया जा रहा था ताकि विशेष चैनलों के पक्ष में, अन्य बातों के साथ, धोखे से और बेईमानी से लाभार्थी चैनल को देश में पहली रैंकिंग चैनल के रूप में दिखाया जा सके, बावजूद इसके ऐसा नहीं किया जा रहा है..”

बता दें कि न्यूज़लॉन्ड्री ने बार्क की फॉरेसिंक रिपोर्ट को लेकर रिपोर्ट प्रकाशित की है. जिसमें बताया गया है कि कैसे बार्क के उच्च अधिकारियों ने एक चैनल को फायदा पहुंचाने के लिए अन्य चैनलों की टीआरपी में छेड़छाड़ की.

टीआरपी छेड़छाड़ और व्हाट्सएप चैट लीक पर पढ़ें हमारी डिटेल रिपोर्ट.

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