Khabar Baazi
‘एंटी हिंदू यूट्यूबर्स’ के खिलाफ कोर्ट पहुंचा ‘बाल संत बाबा’ अभिनव अरोड़ा का परिवार
आध्यात्मिक प्रवचक और बाल संत बाबा के नाम से मशहूर अभिनव अरोड़ा के परिवार ने कोर्ट का रुख किया है. परिवार ने मथुरा कोर्ट में याचिका दायर कर कम से कम 7 यूट्यूबर्स के खिलाफ मामला दर्ज करने की अपील की है.
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, परिवार ने इन लोगों पर एक नाबालिग को ट्रोल करने साथ ही निजता के हनन की बात कही है. साथ ही धार्मिक तनाव को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि अभिनव अरोड़ा बीते दिनों तब सुर्खियों में आ गए जब उन्हें हिन्दू धार्मिक गुरु रामभद्राचार्य ने मंच से नीचे उतार दिया. अभिनव मंच पर नृत्य कर रहे थे.
इसके बाद सोशल मीडिया में अभिनव और उसके परिवार की आलोचना होने लगी. इस दौरान लोगों के कई तरह के मत देखने को मिले. कई लोगो ने उसके परिवार को अभिनव का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया तो कई ने उनके प्रति सहानुभूति जताई.
गौरतलब है कि अभिनव के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दस लाख से अधिक फॉलोअर हैं. कहा जाता है कि अभिनव ने अपने धार्मिक जीवन की शुरुआत तीन साल की उम्र से ही कर दी थी.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले ‘ओनली देसी’ नाम के यूट्यूब चैनल ने अभिनव को लेकर दो वीडियो जारी किए, जिसमें उसके और उसके परिवार पर कई तरह के सवाल खड़े किए गए.
परिवार ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि ‘एंटी हिन्दू यूट्यूबर्स’ द्वारा उनके बेटे को टारगेट किया जा रहा है और उसके नाम का इस्तेमाल कर पैसे बनाये जा रहे हैं.
शिकायत में कहा गया है, “इन लगों की वजह से नाबालिग (अभिनव अरोड़ा) को भावनात्मक तौर पे बहुत क्षति पहुंची है. उमकी उम्र मात्र 10 साल है.”
शिकायत में आगे लिखा है, “ये हिंदू विरोधी तत्व हैं और वीडियो को ख़ासतौर पर हिन्दू रीति-रिवाज़ों के खिलाफ और अपने फॉलोअर को गुमहरा करने हेतू बनाया गया है.”
वहीं, इस बीच अभिनव की मां ज्योति अरोड़ा ने मीडिया को बताया कि उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा जान से मारने की धमकी मिल रही है.
Also Read
-
From farmers’ protest to floods: Punjab’s blueprint of resistance lives on
-
TV Newsance 313: What happened to India’s No. 1 China hater?
-
No surprises in Tianjin show: Xi’s power trip, with Modi and Putin as props
-
In upscale Delhi neighbourhood, public walkways turn into private parking lots
-
Delhi’s iconic Cottage Emporium now has empty shelves, workers and artisans in crisis