Video
गाजियाबाद: बांग्लादेशी बताकर पीटे गए पीड़ित मुस्लिम परिवार की कहानी
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद नई अंतरिम सरकार अस्तित्व में आ गई है. इस तख्तापलट के बाद से ही वहां हिंसा जारी है. लगातार खबरें आ रही हैं कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का भारत में विरोध हो रहा है. इस बीच भारत में रह रहे मुसलमानों को बांग्लादेशी बताकर निशाना बनाया जा रहा है.
बीते शुक्रवार यानी 9 अगस्त को हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी उर्फ भूपेंद्र शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा कि अगर 24 घंटे के भीतर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले बंद नहीं हुए तो वह देशभर में रहे रहे बांग्लादेशियों को छोड़ेगा नहीं.
इसके बाद पिंकी चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ बापूधाम स्थित गुलधर की झुग्गियों में रह रहे मुस्लिम परिवारों पर हमला बोल दिया. पिंकी ने झुग्गियों में रहे रहे लोगों के साथ मारपीट और आगजनी की.
पिंकी चौधरी ने उन्हें यह कहते हुए पीटा कि ये बांग्लादेशी मुसलमान हैं जबकि ये लोग मूल रूप से शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पिटाई के बाद झुग्गियों में रह रहे इन लोगों ने गुलधर से डासना में अपना डेरा डाल लिया है.
हमने हमले के पीड़ित लोगों से हमने बात की. उन्होंने बताया कि कैसे अचानक लाठी डंडे लेकर आए एक झुंड ने उनपर हमला और झुग्गियों को आग के हवाले कर दिया.
करीब 65 वर्षीय बुजुर्ग साबिर को भी बेरहमी से पीटा गया है. जब हमने उनसे बात की तो वह कुछ कह नहीं पाए सिर्फ रोते रहे. उनके हाथ, पैर, कमर और कान पर गंभीर चोटें हैं. उनका एक्स-रे दिखाते हुए उनके पुत्र मोहम्मद जिकंद्र कहते हैं कि पापा के हाथ की हड्डियां टूट चुकी हैं. इस उम्र में जो उनके साथ हुआ है, ऐसी कल्पना हमने कभी नहीं की थी.
इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर पिंकी चौधरी और उसके एक साथी बादल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, पुलिस को बाकी लोगों की तालाश है.
देखिए हमारी ये वीडियो रिपोर्ट.
Also Read
-
From Hauz Khas to SDA: Delhi’s posh colonies have stolen your footpaths
-
TV Newsance 312: Kalli vs NDTV and Navika loves Ranveer
-
As Trump tariffs hit India, Baba Ramdev is here to save the day
-
The Rs 444 question: Why India banned online money games
-
एसएससी: ‘प्रदर्शन के चक्कर में पढ़ाई बर्बाद हो गई’, आंदोलन खत्म करने का दोषी किसे मानते हैं छात्र