Ground Report
इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन: भाजपा सरकार के साथ-साथ उपराष्ट्रपति धनखड़ भी निशाने पर
लोकसभा और राज्यसभा से 146 सांसदों के निलंबन को लेकर शुक्रवार को इंडिया गठबंधन ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया. इसका आयोजन दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने किया था.
प्रदर्शन तो इंडिया गठबंधन का था, लेकिन यहां कांग्रेस के ही ज़्यादा कार्यकर्ता नजर आए. वहीं, कुछ कार्यकर्ता रालोद, वामपंथी पार्टियों और आम आदमी पार्टी के भी थे. मंच पर तमाम दलों के नेता मौजूद थे.
हापुड़ से रालोद कार्यकर्ता के साथ प्रदर्शन में हिस्सा लेने आए अजयवीर सिंह ने न्यूज़लॉन्ड्री से बात करते हुए कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है. इतिहास में पहली बार इतनी संख्या में सांसदों का निलंबन हुआ है. यह सरकार तानाशाही की तरफ चल रही है. हम इसका विरोध करने आए हैं.
कांग्रेस कार्यकर्ता अरविंद कुमार शाह ने आंकड़े दिखाते हुए कहा कि 2014 के बाद देश पर करोड़ों का कर्ज बढ़ गया है. लोगों के पास रोजगार नहीं है. सरकार विकास की बात करती है लेकिन किसका विकास हो रहा है? आज संसद विपक्ष विहीन हो गया है. इन सांसदों को चुनकर जनता ने भेजा था. ये हमारी आपकी नुमाइंदगी करते है लेकिन इन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है. यह तानाशाही है.
यहां आए अलग-अलग पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा पर सरकार चलाने में तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया. सेव डेमोक्रेसी के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में भाजपा सरकार के साथ-साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी निशाने पर रहे.
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक शख्स जो संविधान के उच्च पद पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि मैं फलाना जाति का आदमी हूं इसलिए मेरा अपमान कर रहे हैं. मुझे भी कई बार नोटिस देने के बाद भी बोलने नहीं दिया जाता है. तो क्या मैं कहूं कि यह दलित समाज का अपमान है?
वहीं, राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करके न सिर्फ उनका अपमान किया गया बल्कि देश की 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद कर दिया गया. लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है. भारतीय जनता पार्टी जितनी नफरत फैलाएगी, ‘इंडिया’ गठबंधन उतनी ही मोहब्बत, भाईचारा और एकता फैलाएगा.
जंतर मंतर पर हुए प्रदर्शन में आए लोगों और नेताओं ने क्या कहा देखें ये वीडियो.
Also Read
-
‘Foreign hand, Gen Z data addiction’: 5 ways Indian media missed the Nepal story
-
Mud bridges, night vigils: How Punjab is surviving its flood crisis
-
Adieu, Sankarshan Thakur: A rare shoe-leather journalist, newsroom’s voice of sanity
-
Corruption, social media ban, and 19 deaths: How student movement turned into Nepal’s turning point
-
Hafta letters: Bigg Boss, ‘vote chori’, caste issues, E20 fuel