Khabar Baazi
लोकसभा के बाहर 'स्मोक बम' दिखाने के लिए झगड़ते पत्रकार और छीनकर भागता रिपोर्टर
लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक की घटना के बाद बाहर पत्रकारों में भी एक झगड़ा देखने को मिला. जिसका वीडियो फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल है.
दरअसल, टीवी9 भारतवर्ष के कार्यकारी संपादक मनीष झा इस घटना पर चैनल के लिए लाइव रिपोर्टिंग कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने सुरक्षा उल्लंघन की गंभीरता का एहसास दिलाने के लिए ‘स्मोक बम’ की एक पीली कैन कैमरे पर दिखाने की कोशिश की. जिसके बारे में उनका दावा था कि सदन के अंदर इन्हीं का इस्तेमाल हुआ और धुआं इन्हीं ‘स्मोक बम’ का था.
लेकिन जैसे ही झा ने कनस्तर को कैमरे के सामने दिखाते हुए यह सब बताने कि कोशिश की तो बाकी पत्रकार उनसे यह कनस्तर छीनते नजर आए. यह पूरा घटनाक्रम किसी ने रिकॉर्ड कर लिया और बाद में इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. फिलहाल, इस पूरे वाकये का वीडियो खूब वायरल है.
वीडियो में कनस्तर छीनने की की कोशिश करने वालों में न्यूज18 की पत्रकार पल्लवी घोष को भी देखा जा सकता है. साथ ही झा को भी कहते हुए सुना जा सकता है, “पल्लवीजी, कृपया सिर्फ 30 सेकंड.”
इसी दौरान एक अन्य पत्रकार चिल्लाते हुए कहते हैं, "आपने इसे बहुत ज्यादा दिखाया है. लेकिन झा कनस्तर दिखाते हुए रिपोर्टिंग जारी रखते हैं.
कनस्तर छीनकर भागा इंडिया टुडे ग्रुप का पत्रकार
इसके बाद एक और वीडियो में इंडिया टुडे के एक पत्रकार को मनीष से यह कनस्तर छीनकर भागते हुए देखा जा सकता है. इस वीडियो में मनीष चैनल को जानकारी देते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, पल्लवी घोष उनसे यह 'स्मोक बम' मांग रही हैं लेकिन इसी बीच पीछे से ये पत्रकार आते हैं और छीनकर भाग जाते हैं.
देखिए ये वीडियो
मालूम हो कि आज दोपहर में सदन के अंदर दो लोगों ने विजिटर गैलरी से छलांग लगाई और उसके बाद वे स्पीकर की कुर्सी की तरफ बढ़ने लगे. हालांकि, सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया. इस दौरान कथित तौर पर दोनों ने दो ‘स्मोक बम’ भी छोड़े. द हिंदू के मुताबिक, सुरक्षाकर्मियों द्वारा पकड़े गए इन दो व्यक्तियों के बारे में कहा जाता है कि उन्हें मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा की हवाले से विजिटर गैलरी का पास मिला था. इस बारे में आप न्यूज़लॉन्ड्री की ये रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं.
Also Read
-
TV media sinks lower as independent media offers glimmer of hope in 2025
-
Bollywood after #MeToo: What changed – and what didn’t
-
TV Newsance 326: A very curly tale, or how taxpayers’ money was used for govt PR
-
Inside Mamdani’s campaign: The story of 2025’s defining election
-
How India’s Rs 34,000 crore CSR spending is distributed