Khabar Baazi
रोज़नामचा: दिवाली के बाद ऑड-ईवन फॉर्मूले की वापसी और हेट स्पीच पर हाईकोर्ट की फटकार
हिंदी के प्रमुख अख़बारों ने आज एक नहीं बल्कि अलग-अलग ख़बरों को प्राथमिकता दी है. किसी ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर रोकथाम के लिए यातायात में ऑड-ईवन व्यवस्था की वापसी तो किसी ने आपराधिक कानूनों को संसदीय समिति की मंजूरी को पहली सुर्खी बनाया है. वहीं, कुछ अख़बारों ने राज्य सरकारों और राज्यपाल के बीच बढ़ते टकराव को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को भी प्राथमिकता दी है.
आइए आज के प्रमुख अख़बारों की अन्य सुर्खियों पर भी एक नज़र डालते हैं. लेकिन उससे पहले अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.
हिंदुस्तान अख़बार ने दिल्ली में सम-विषम फॉर्मूले की वापसी को पहली सुर्खी बनाया है. अख़बार ने लिखा कि दिल्ली की खराब होती हवा को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आपात बैठक बुलाई. जिसमें एक बार फिर वाहनों पर 13 से 20 नवंबर तक सम-विषम फॉर्मूला लागू करने का फैसला किया गया है. वहीं, 10वीं और 12वीं की कक्षाओं को छोड़कर सभी स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे. बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि 30 अक्टूबर से तापमान में लगातार हो रही गिरावट और हवा की गति कम होने के कारण प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है.
‘केजरीवाल गिरफ्तार हुए तो जेल से चलाएंगे सरकार’ के आम आदमी पार्टी के बयान को भी अख़बार ने प्राथमिकता दी है. ख़बर के मुताबिक, आम आदमी पार्टी ने सोमवार को कहा कि अगर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई तो वह इस्तीफा देने की बजाए जेल से ही सरकार चलाएंगे. बैठकों के लिए अधिकारी और मंत्री जेल में जाएंगे. सोमवार को हुई बैठक के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भरद्वाज ने कहा कि उन्हें अंदेशा है कि केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी है क्योंकि भाजपा उनसे डरती है.
इसके अलावा दिल्ली के 80 हजार राज्य कर्मचारियों को 7-7 हजार रुपये बोनस दिया जाएगा, एनसीएआर में चार दिनों के भीतर दोबारा भूकंप और मिजोरम एवं छत्तीसगढ़ में आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आदि ख़बरों को भी आज प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है.
दैनिक जागरण अख़बार ने देश में 40 प्रतिशत आबादी की सांसों पर मंडराते प्रदूषण के संकट को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, जहरीली हवा के कारण सोमवार को पंजाब से बंगाल तक देश की करीब आधी आबादी की सांसों पर संकट गहरा गया. अमृतसर से लेकर आसनसोल तक वायु गुणवत्ता चिंताजनक रही. राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 421 रहा जबकि राजस्थान के भिवाड़ी में यह आंकड़ा 433 तक पहुंच गया.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा विधेयकों पर राज्य सरकारों और राज्यपालों की सहमति को लेकर राज्यों में चल रहे विवादों पर नाराजगी जताए जाने को भी प्राथमिकता दी है. कोर्ट ने विवादों को बातचीत के जरिए सुलझाने की बात कही है. कोर्ट ने कहा कि दोनों पक्षों को आत्ममंथन की जरुरत है. कोर्ट ने मामला अदालत में आने के बाद राज्यपाल द्वारा विधेयकों पर कार्रवाई किए जाने पर भी टिप्पणी की.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ की 20 और मिजोरम की सभी 40 सीटों पर मतदान आज, महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई की लेकर आचार समिति में टकराव तय और संसदीय समिति ने तीन नए कानूनों पर मसौदा रिपोर्ट को दी स्वीकृति आदि ख़बरों को भी आज प्रमुखता से प्रकशित किया गया है.
दैनिक भास्कर अख़बार ने 4 साल बाद फिर से ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किए जाने की ख़बर को प्राथमिकता दी है. ख़बर के मुताबिक, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिवाली के बाद 13 नवंबर से 20 नवंबर तक राजधानी में ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू रहेगा. इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसके साथ ही पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा से भी पटाखों पर रोक लगाने की मांग की गई है.
मिजोरम की सभी विधानसभा सीटों पर और छत्तीसगढ़ में आज होने वाले पहले चरण के मतदान को भी अख़बार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. अख़बार ने लिखा कि इन 2 राज्यों की 60 सीटों पर आज 397 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा. इनमें मिजोरम की 40 और छत्तीसगढ़ की 20 सीटें शामिल हैं.
इसके अलावा इज़रायली सेना ने गाजा को दो हिस्सों में बांटा- 15 लाख लोग बेघर, मुफ्त सैनेटरी पैड वितरण और अलग शौचालय की नेशनल पॉलिसी तैयार और केंद्र ने लॉन्च किया सस्ता आटा आदि ख़बरों को भी पहले पन्ने पर जगह दी है.
अमर उजाला अख़बार ने दिल्ली में चार साल बाद सम-विषम फॉर्मूले की वापसी को पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु की गुणवत्ता सोमवार को सातवें दिन भी खराब रही. सरकार की ओर से तय मानकों की तुलना में वायु प्रदूषण का स्तर सात से आठ गुना ज्यादा दर्ज किया गया. वहीं, प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की आपात बैठक में दिवाली के अगले दिन यानी 13 नवंबर से 20 नवंबर तक वाहनों पर सम-विषम की व्यवस्था प्रभावी होगी.
सनातन धर्म मामले पर कार्रवाई न करने पर हाईकोर्ट द्वारा पुलिस को फटकार लगाने को भी अख़बार ने प्राथमिकता दी है. ख़बर के मुताबिक, मद्रास हाईकोर्ट ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग समाज को बांटने वाली टिप्पणियों से सावधान रहें और जवाबदेह आचरण करें. समाज को जाति, धर्म व विचारधारा के नाम पर बांटने वाले नजरियों का प्रचार न करें. वहीं सम्मेलन में शामिल सत्ताधारी द्रमुक (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम) के नेताओं मंत्रियों पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर हाईकोर्ट ने फटकार लगाते हुए इसे कर्तव्य-त्याग करार दिया.
इसके अलावा छत्तीसगढ़ में पहले चरण और मिजोरम में सभी सीटों पर मतदान आज, आपराधिक कानूनों के मसौदे पर संसदय समिति की मुहर और मनी लॉन्ड्रिंग में पंजाब के आप विधायक जसवंत सिंह गिरफ्तार आदि ख़बरों को भी आज प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है.
जनसत्ता अख़बार ने दिल्ली में सम विषम की वापसी को पहली सुर्खी बनाया है. अख़बार ने लिखा कि दिल्ली सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने की कवायद के तौर पर शहर में 13 से 20 नवंबर तक सम-विषम योजना लागू की जाएगी. इसके अलावा सभी स्कूलों में कक्षाओं को बंद करने और केवल ऑनलाइन कक्षाओं को अनुमति देने का फैसला किया गया है. केवल बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 10वीं और 12वीं के छात्रों पर यह लागू नहीं होगा.
ग्रेटर कैलाश में तेज रफ्तार कार से कुचल कर महिला की मौत की ख़बर भी अख़बार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. अख़बार ने लिखा कि दक्षिण दिल्ली इलाके में सोमवार को एक तेज रफ्तार कार ने तीन महिलाओं सहित चार लोगों को कुचल दिया. इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई और अन्य तीन घायलों का एम्स ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है. हादसे के आरोपी विनय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
इसके अलावा मणिपुर में दो किशोरों के लापता होने के बाद तनाव, छत्तीसगढ़ की 20 और मिजोरम की 40 सीटों मतदान आज और पंजाब में आप विधायक को ईडी ने धनशोधन मामले में किया गिरफ्तार आदि ख़बरों को भी पहले पन्ने पर जगह दी है.
अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.
Also Read
-
The Rs 444 question: Why India banned online money games
-
‘Total foreign policy failure’: SP’s Chandauli MP on Op Sindoor, monsoon session
-
On the ground in Bihar: How a booth-by-booth check revealed what the Election Commission missed
-
A day in the life of an ex-IIT professor crusading for Gaza, against hate in Delhi
-
Crossing rivers, climbing mountains: The story behind the Dharali stories