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रोज़नामचा: पीएम मोदी का दौरा, राहुल गांधी को राहत से इंकार और सिसोदिया की संपत्ति अटैच बनी आज की सुर्खियां

हिंदी के अखबारों ने आज किसी एक खबर को नहीं बल्कि अलग-अलग खबरों को प्रमुखता दी है. किसी ने मोदी सरनेम के मानहानि मामले में राहुल गांधी की सजा पर गुजरात हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाने से इनकार तो किसी ने पीएम नरेंद्र मोदी के गोरखपुर और वाराणसी दौरे को प्रमुखता दी है. वहीं कुछ अख़बारों ने पहलवानों के यौन उत्पीड़न के मामले में बृजभूषण सिंह को दिल्ली की कोर्ट द्वारा तलब किए जाने, महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच चल रही सियासी जंग के बीच अजित पवार गुट द्वारा पार्टी और निशान पर फिर से दावा करने के अलावा दिल्ली के आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनीष सिसोदिया समेत अन्य आरोपियों की कुल 52 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच किए जाने को भी पहले पन्ने पर स्थान दिया है.  

आइए आज के अखबारों की सुर्खियों पर नजर डालते हैं.

दैनिक जागरण की बात करें तो अख़बार ने मोदी उपनाम के मानहानि मामले में राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने से इंकार के गुजरात हाईकोर्ट के फैसले को प्रमुखता दी है. मालूम हो कि इस मामले में 23 मार्च को गुजरात के सूरत जिले की एक निचली अदालत ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी. जिस पर रोक लगवाने के लिए उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. राहुल गांधी ने साल 2019 में लोकसभा चुनावों के दौरान कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, “सभी चोरों के सरनेम मोदी क्यों होते हैं?”

अब राहुल गांधी राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. वहीं अगर सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिलती है तो वे 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. 

अमर उजाला ने पीएम नरेंद्र मोदी के यूपी और छत्तीसगढ़ दौरे को प्रमुखता दी है. अख़बार की ख़बर का शीर्षक है, ‘गरीबों का स्वाभिमान मेरी गारंटी है, देश के संसाधनों पर वंचितों का अधिकार: मोदी’. अख़बार ने लिखा है कि पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति को आगे बढ़ाते हुए जहां यूपी और छत्तीसगढ़ को 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी, वहीं अपने संबोधन को मुख्यतः समाज के वंचित तबके पर केंद्रित रखा. छत्तीसगढ़ में उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अख़बार ने एक तस्वीर भी प्रकाशित की है, जिसमें भारी बारिश के बीच लोगों को पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए खड़ा देखा जा सकता है. 

अख़बार ने मोदी उपनाम मानहानि मामले में राहुल गांधी की सजा पर गुजरात हाईकोर्ट के इंकार को भी प्रमुखता दी है. अख़बार ने लिखा कि जस्टिस हेमंत प्रच्छक ने कहा कि दोषसिद्धि पर रोक लगाने का कोई उचित आधार नहीं है. दोषसिद्धि पर रोक कोई नियम नहीं है, बल्कि एक अपवाद है, जिसका सहारा केवल दुर्लभ मामलों में ही लिया जा सकता है. 

अख़बार ने दिल्ली के शराब घोटाले में आरोपियों की 52 करोड़ की संपत्ति अटैच, जिसमें मनीष सिसोदिया की 11 लाख की संपत्ति भी शामिल के अलावा महंगाई के चलते फूड चेन मैकडॉनल्ड द्वारा अपने बर्गर से टमाटर हटाए जाने, बालासोर रेल हादसे में रेलवे के तीन अधिकारियों की गिरफ्तारी, खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा रुकने, तमिलनाडू के कोयंबटूर रेंज के डीआईजी द्वारा खुदकुशी, विधि आयोग द्वारा समान नागरिक संहिता को लेकर व्हाट्सएप पर आ रहे फर्जी संदेशों से सतर्क रहने और दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण सिंह के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने की बात कहते हुए उन्हें तलब किए जाने को भी पहले पन्ने पर जगह दी है.  

हिंदुस्तान का पहला पन्ना

हिंदुस्तान ने पीएम नरेंद्र मोदी की रायपुर रैली और वाराणसी दौरे को प्रमुखता दी है. ख़बर का शीर्षक है- ‘जो डर जाए वह मोदी नहीं हो सकताः प्रधानमंत्री’. अख़बार ने लिखा कि रायुपर में भाजपा की संकल्प रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुछ दागदार दामन वाले लोग साथ आने की कोशिश कर रहे हैं. ये लोग साजिश भी रचेंगे लेकिन वे नहीं जानते कि जो डर जाए, वह मोदी नहीं हो सकता. 

मोदी उपनाम मामले में राहुल गांधी को राहत नहीं मिलने की ख़बर को भी अख़बार ने प्राथमिकता दी है. अख़बार ने लिखा कि अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि याचिकाकर्ता के खिलाफ पहले से 10 मामले लंबित हैं. ऐसे में सूरत कोर्ट के फैसले में दखल देने की जरूरत नहीं है.  

इसके अलावा, भाजपा द्वारा चार राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रभारी तय किए जाने, दिल्ली के आबकारी घोटाले में मनीष सिसोदिया समेत अन्य आरोपियों की 52 करोड़ की संपत्तियां अटैच करने और यौन उत्पीड़न मामले में कोर्ट द्वारा बृजभूषण सिंह को तलब किए जाने को भी पहले पन्ने पर जगह दी है. 

अख़बार ने एक एक्सक्लूसिव ख़बर भी प्रकाशित की है. जिसका शीर्षक है- ‘शिकजाः धर्मांतरण कराने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा’. ख़बर में लिखा है कि गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन कराने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ है. यह नेटवर्क धर्मांतरण कराकर जिहादी बनाता था. फिलहाल, पुलिस नेटवर्क का पाकिस्तानी कनेक्शन खंगाल रही है. वहीं, शुरुआती जांच में युवती समेत चार लोगों के धर्म परिवर्तन की बात सामने आई है. 2 दिन पहले यहीं के खोड़ा निवासी एक युवक की शिकायत के बाद ये कार्रवाई हुई है. 

दैनिक भास्कर की बात करें तो अख़बार ने पीएम नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान दासौ एविएशन के साथ रफाल एम के लिए समझौता होने की ख़बर को प्रमुखता दी है. अख़बार ने लिखा है कि सरकार ने नौसेना के लिए लड़ाकू विमान रफाल का एम वर्जन खरीदने की पूरी तैयारी कर ली है. पीएम के फ्रांस दौरे के दौरान कंपनी से 45 हजार करोड़ रुपए का सौदा हो सकता है. जिसके तहत नौसेना को 26 रफाल एम मिलेंगे. 

मोदी उपनाम मानहानि मामले में राहुल गांधी की सजा बरकरार रखे जाने के गुजरात हाईकोर्ट के फैसले को भी अख़बार ने अहम स्थान दिया है. अख़बार ने लिखा कि फैसला सुनाते हुए जस्टिस हेमंत प्रच्छक ने कहा- ‘ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल ने प्रधानमंत्री का नाम सनसनी फैलाने के लिए लिया था. आरोपी संसद सदस्य थे, दूसरी सबसे बड़ी और 50 साल तक शासन करने वाली पार्टी के अध्यक्ष थे. वे हजारों लोगों के सामने भाषण दे रहे थे. उनका बयान नैतिक अधमता की श्रेणी में है. ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने चुनाव प्रभावित करने के इरादे से गलत बयान दिया था. ऐसे में यह मामला गंभीर अपराध की श्रेणी में आएगा. ऐसे में कोर्ट के आदेश में हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है.’ 

इसके अलावा डीआरडीओ के अनुसंधान एवं विकास विभाग के निदेशक डॉ. प्रदीप कुरुलकर द्वारा विकसित परियोजना और अन्य संवेदनशील जानकारी अपने मोबाइल के जरिए पाकिस्तानी महिला जासूस जारा दास गुप्ता को देने की बात स्वीकारने, बालासोर हादसे में रेलवे के 3 अधिकारियों को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने, देश में 5जी स्मार्टफोन के ग्राहकों की संख्या 10 करोड़ पहुंचने, विदेशी मुद्रा भंडार के बढ़कर 595.05 अरब डालर होने और राष्ट्रीय राजमार्गों में बने पुलों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए 85 हजार पुलों पर एक डिवाइस लगाने जो कि खतरा भांपने पर सूचित करेगी, को भी पहले पन्ने पर जगह मिली है. 

जनसत्ता ने बालासोर ट्रेन हादसे में सीबीआई की कार्रवाई को आज की बड़ी सुर्खी बनाया है. अख़बार ने लिखा कि इस मामले में तीन रेलवेकर्मियों को गिरफ्तार किया है. तीनों को पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. सीबीआई ने वरिष्ठ अनुभाग अभियंता (सिग्नल) अरुण कुमार महंत, अनुभाग अभियंता मोहम्मद आमिर खान और तकनीशियन पप्पू कुमार को गिरफ्तार किया है. तीनों को गैर इरादन हत्या, साक्ष्य मिटाने के अलावा रेलवे अधिनियम की धारा 153 के तहत गिरफ्तार किया गया है. अख़बार ने लिखा कि रेलवे की एक उच्च स्तरीय जांच में इस हादसे का मुख्य कारण ‘गलत सिग्नल’ पाया गया था तथा सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग में ‘कई स्तरों पर चूक’ को चिन्हित किया गया था. मालूम हो कि बालासोर में हुए इस हादसे तीन ट्रेन आपस में टकरा गई थी. जिसमें 293 लोगों की मौत हो गई थी और सैंकड़ों लोग घायल हुए थे. 

गुजरात हाईकोर्ट द्वारा मोदी उपनाम मानहानि मामले में राहुल गांधी की सजा बरकरार रखे जाने को भी अख़बार ने प्राथमिकता दी है. अख़बार ने लिखा कि गुजरात हाईकोर्ट ने सजा पर रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा- राजनीति में शुचिता समय की मांग है. जस्टिस हेमंत प्रच्छक ने टिप्पणी करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों को स्वच्छ छवि का होना चाहिए. वहीं, इसके बाद राहुल गांधी राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. अख़बार ने ख़बर में भाजपा की प्रतिक्रिया भी शामिल की है. जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के हवाले से कहा है कि दूसरों को बदनाम करना राहुल गांधी की फितरत है. 

पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली की एक अदालत द्वारा आरोपी बृजभूषण सिंह को तलब किए जाने, दिल्ली शराब घोटाले में ईडी द्वारा मनीष सिसोदिया समेत अन्य आरोपियों की कुल 52 करोड़ की संपत्ति अटैच किए जाने, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल द्वारा पार्टी पर दावे के लिए फिर से चुनाव आयोग में संपर्क करने के अलावा हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश के कहर के चलते हुए जान-माल के नुकसान की ख़बर को भी पहले पन्ने पर जगह मिली है.

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