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मीडिया पर नारेबाजी, सुप्रीम कोर्ट का आभार; पहलवानों ने छठे दिन और क्या-क्या किया?

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन छठे दिन भी जारी रहा. पहलवान पिछले पांच दिनों से लगातार देश के लोगों से उनके प्रदर्शन में शामिल होने की अपील कर रहे थे. इसके बाद देशभर से लोग लगातार पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पर इकट्ठा होने लगे हैं.

न्यूज़लॉन्ड्री ने पहलवानों के समर्थन में आए छात्रों, महिलाओं और आम लोगों से बात की. प्रदर्शन में शामिल होने वाले लोग जहां एक तरफ केंद्र सरकार पर नाराजगी जाहिर कर रहे थे तो वहीं मीडिया से भी उनकी नाराजगी कुछ कम नहीं थी. 28 अप्रैल को जब आज तक की एंकर श्वेता सिंह जंतर-मंतर से रिपोर्टिंग कर रही थीं तभी कुछ प्रदर्शनकारी उनके पीछे नारेबाजी करने लगे. ये लोग ‘गोदी मीडिया मुर्दाबाद’ के नारे लगा रहे थे.

वहीं, पहलवानों के समर्थन में आए छात्र गोपाल तिवारी ने न्यूज़लॉन्ड्री से बात करते हुए कहा, “जब यह बेटियां देश के लिए मेडल लेकर आई थीं तो मोदी जी दौड़ कर आए थे श्रेय लेने के लिए कि देखो हमारे राज में बेटियां मेडल लेकर आई हैं. आज जब ये बेटियां तकलीफ में हैं तो मोदी जी को इनके मन की बात सुनाई नहीं दे रही.”

हरियाणा के झज्जर से आए कृष्ण कादियान कहते हैं, “जब इज्जत पर बात आती है तो हम रोड पर आते हैं. आज धरने पर बैठी हुई ये पहलवान हमारे बच्चों के लिए रोल मॉडल हुआ करती थीं. हम अपने बच्चों और युवा साथियों से कहते थे कि इनके जैसा बनो लेकिन देखो, आज इन्हीं को न्याय नहीं मिल रहा है.”

आम जनता के अलावा पहलवानों के प्रदर्शन में नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी लगातार आना जाना लगा हुआ है. 

दूसरी तरफ, दिल्ली पुलिस ने आज सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह बृजभूषण सिंह पर एफआईआर दर्ज करेगी. पहलवानों ने दिल्ली पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने से इंकार के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. 

दोपहर बाद, सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि पुलिस बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए सहमत है. जिसके बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि शायद अब पहलवान धरना खत्म कर दें. शाम को करीब 4 बजे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कॉन्फ्रेंस में साक्षी मलिक ने सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया और कहा, “दिल्ली पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने के लिए सहमत होना हमारे लिए पहली जीत है लेकिन हमारा धरना जारी रहेगा.”

वहीं, विनेश फोगाट ने कहा, “दिल्ली पुलिस ने अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भले ही एफआईआर दर्ज करने को कहा है लेकिन हमें उनकी जांच पर भरोसा नहीं है. क्योंकि इससे पहले दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया था. हम पिछले 6 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं. हम मांग करते हैं कि सिंह को सभी पदों से हटाया जाए क्योंकि पद पर रहते हुए वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं. जब तक उन्हें हटाया और गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.” देर शाम दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली.

उधर, सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के बाद सिंह ने कहा, “मैं दिल्ली पुलिस के एफआईआर दर्ज करने के फैसले का स्वागत करता हूं. मुझे अपने आप पर और अपने कर्म पर भरोसा है. मैंने कुछ गलत नहीं किया है. मैं जांच में पूरी तरह सहयोग करूंगा.”

धरना, प्रदर्शन, नाराजगी और नारेबाजी के अलावा पूरे दिन जंतर-मंतर पर क्या-क्या हुआ और लोग पहलवानों के बारे में क्या सोचते हैं? ये सब जानने के लिए देखिए ये वीडियो रिपोर्ट.

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