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करौली सरकारः हिस्ट्रीशीटर से चमत्कारी बाबा तक, चैलेंज किया या सवाल पूछा तो खैर नहीं

उत्तर प्रदेश के कानपुर के करौली बाबा उर्फ संतोष सिंह भदौरिया चर्चा में हैं. चमत्कार के नाम पर उटपटांग हरकत करने वाले इस बाबा और इनके कार्यकर्ताओं पर नोएडा के एक डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी ने पीटने का आरोप लगाया है. डॉ. चौधरी ने कानपुर के बिधनू थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.

एफआईआर में डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि करौली बाबा ‘सरकार’ का आशीर्वाद लेने वह अपने पिता, मां और पत्नी के साथ बाबा के आश्रम पहुंचे थे. इस दौरान जब उन्होंने कहा कि कुछ चमत्कार नहीं दिख रहा है तो बाबा गुस्से में भर गए और उन्हें पागल कह डाला. 

आरोप है कि इसके बाद बाबा के लोग उन्हें एक कमरे में ले गए. जहां उनके साथ मारपीट की गई. उन्हें लात घूंसों, डंडों और सरियों से पीटा गया. मारपीट में उनका सर फट गया और नाक टूट गई. यह घटना 22 फरवरी की है. हालांकि, डॉक्टर ने एफआईआर 19 मार्च को दर्ज कराई है. पुलिस ने धारा 323, 504 और 325 के तहत मामला दर्ज किया है. 

बिधनू के थाना अध्यक्ष योगेश कुमार सिंह ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया, ‘‘डॉ. सिद्धार्थ चौधरी शिकायत लेकर आए थे, उन्होंने बताया कि बाबा के लोगों और बाबा द्वारा उनके साथ मारपीट की गई है. हम इसकी जांच कर रहे हैं. जांच के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.’’

इस मामले में डॉ. सिद्धार्थ कहते हैं कि उन्हें पुलिस ने कानपुर बुलाया है. घटनास्थल की पहचान करवाने लिए वह इस सप्ताह कानपुर जाएंगे. 

क्या आपको करौली बाबा ने भी पीटा था, इस पर डॉक्टर कहते हैं कि जिस कमरे में उनके साथ मारपीट हुई थी वहां अंधेरा था, जिस कारण वह पीटने वालों का चेहरा ठीक से नहीं देख पाए. हालांकि करीब 10 से 15 लोग मारपीट में शामिल थे. 

एफआईआर

देरी से एफआईआर दर्ज कराने के सवाल पर डॉक्टर कहते हैं, “मैं बेहद डर गया था क्योंकि बाबा बदमाश है. दूसरा मुझे चोट भी काफी आई थी, तो ठीक होने का इंतजार कर रहा था. बाद में रिश्तेदारों ने हौसला दिया तो मैंने एफआईआर कराने का निर्णय लिया.”

डॉ. चौधरी के पिता डॉक्टर वीएस चौधरी कहते हैं, “हम लोग 22 फरवरी को करौली पहुंचे थे. बाबा ने यूट्यूब पर कालसर्प दोष, पितृ दोष और कई अन्य चीजों के उपायों के बारे में बताया है. हम भी इसी झांसे में आकर बाबा के पास गए थे. हमने वहां 2600 रुपए की पर्ची कटवाई. हमें शाम को चार बजे बुलाया गया. इसके बाद मेरे बेटे सिद्धार्थ को पांच- साढ़े पांच बजे सवाल पूछने के लिए बुलाया गया. इस दौरान हमने देखा कि यहां बाबा बुलेट प्रूफ ग्लास चैंबर में बैठता है और करीब 15-20 लोग चश्मा लगाए काले कपड़े पहने बाबा के इर्द गिर्द रहते हैं. माहौल ऐसा रहता है कि जिससे कोई कुछ कह न सके.”

वह आगे कहते हैं, “बेटे का नंबर आया तो उसने कहा कि हम आपको यूट्यूबर पर देखकर नोएडा से आए हैं. आप हमें भी कोई चमत्कार दिखाइए. जिससे मुझे भी विश्वास हो. बेटे ने कहा कि मुझे कुछ शंकाएं हैं, मैं चाहता हूं कि आप उन्हें चमत्कार के जरिए खत्म करें. इस दौरान बाबा ने कहा कि ओम शिव बैलेंस, ओम शिव बैलेंस. इस पर बेटे ने कहा कि मुझे तो कुछ हुआ नहीं. इस पर बाबा को गुस्सा आ गया और कहा कि मुझे चैलेंज कर रहे हो क्या? बेटे ने कहा कि हां चैलेंज कर रहा हूं. बाबा ने कहा- तू पागल है क्या?, इस पर बेटे ने कहा- मैं तो पागल नहीं हूं, तुम पागल हो. फिर बाबा ने गार्ड से कहा कि इसे बाहर निकालो. इसके बाद उसे एक कमरे में ले गए और मारपीट की.” 

वहीं इस मालमे पर सिद्धार्थ के चाचा सुरेंद्र चौधरी कहते हैं, “हमने जो एफआईआर कराई है. वह बिल्कुल सही है. सिद्धार्थ ने सिर्फ अपनी समस्याओं का समाधान पूछा था. उसने कहा था कि पारिवारिक समस्याएं हैं. पिता की तबीयत खराब रहती है. घर में सुख शांति के लिए आपके पास आया हूं आशीर्वाद चाहिए. आप सबको चमत्कार दिखाते हैं, मुझे भी दिखा दीजिए. जैसे सब फील कर रहे हैं, मैं भी ऐसे ही फील करना चाहता हूं.”

सुरेंद्र चौधरी एक और खुलासा करते हैं. वह बताते हैं कि इस घटनाक्रम से पहले जब उन्होंने बाबा को संपर्क किया था तो दोष कटवाने के लिए दरबार में डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्चा बताया गया था. इसमें हवन वाली प्रक्रिया से गुजरना था लेकिन उससे पहले ही उनके भतीजे ने परिवार समेत बाबा के पास चमत्कार देखने की इच्छा जाहिर की. 

उन्हें लगा था कि अगर दो लाख रुपए खर्च करने ही हैं तो उससे पहले यह तो भरोसा हो जाए कि बाबा के पास वाकई कुछ चमत्कारिक शक्ति है. हालांकि, हुआ उलटा, डॉक्टर के सवालों से बाबा चिढ़ गया और उनकी बुरी तरह पिटाई करवा दी. 

वह कहते हैं, “सिद्धार्थ का सर फट गया. 8-10 टांकें आए हैं, नाक की हट्टी टूट गई है. कानपुर में ही शुरुआती उपचार कराया गया और फिर नोएडा आए. नोएडा आने के बाद अपने ही अस्पताल में इलाज करवाया. टांके लगवाए, प्लास्टर करवाया और जब ठीक हो गए तो कानपुर जाकर एफआईआर करवाई.” 

वह आगे कहते हैं कि एफआईआर दर्ज होने के बाद यह बात मीडिया में आ गई तो जिन लोगों के पास इस घटना की वीडियो थी, उन्होंने वायरल कर दीं. वे यह भी बताते हैं कि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. 

उन्होंने कहा कि वे कार्रवाई इसीलिए कर रहे हैं ताकि लोग ऐसे बाबाओं के झांसे में न आएं. वे सवाल पूछने के लहजे में कहते हैं, “ये बाबा सनातन की बात कर रहे हैं, क्या हमारा परिवार सनातन नहीं है?. हम हिंदू नहीं हैं क्या?. हम शिव चालीसा और हनुमान चालीसा जेबों में लेकर घूमते हैं. हम पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं. लेकिन ये बाबा सनातन का नाम लेकर इस तरह के खेल-खेल रहे हैं.”

इस घटनाक्रम को लेकर न्यूज़लॉन्ड्री ने करौली बाबा ‘सरकार’ से भी संपर्क करने की कोशिश की. बाबा की वेबसाइट पर दिया गया मोबाइल नंबर स्विच ऑफ है. हमने बाबा को ई-मेल के जरिए कुछ सवाल भेजे हैं, जैसे ही उनकी ओर से कोई उत्तर आता है तो इस स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.  

बाबा से संपर्क के सब माध्यम अचानक से बंद कैसे हो गए, जब इस बारे में पड़ताल की तो स्थानीय पत्रकारों ने बताया कि आश्रम के कई वीडियो वायरल हो जाने के चलते बाबा अब अपने आश्रम में मौजूद लोगों और सुरक्षा कर्मियों के मोबाइल जमा करवा ले रहे हैं ताकि आश्रम की बातें और वीडियो बाहर न जा सकें.  

आश्रम में काम करने वाले करीब 250 कर्मचारियों को भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं. आश्रम के अंदर प्रवेश करने वाले सभी कर्मचारियों को अब पहले अपना मोबाइल फोन जमा करवाना होगा. साथ ही किसी भी कर्मचारी को किसी भी शख्स से आश्रम के विषय में बात करने से सख्त मना किया गया है. वहीं बाबा ने आश्रम आने वाले मीडियाकर्मियों से भी मुलाकात करने से मना कर दिया है.

विवादों से पुराना नाता

करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया के बारे में खोजबीन करने पर पता चला कि वे आपराधिक गतिविधियों और वारदातों में संलिप्त रहे हैं. बाबा एक हिस्ट्रीशीटर हैं. उन पर 1992-95 के बीच हत्या, सेवन सीएलए (7 लॉ क्रिमिनल एमेंडमेंट एक्ट) समेत कई मामले दर्ज हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाबा ने किसानों का नेता बनकर जमीनों पर भी अवैध कब्जे किए. आरोप है कि उन्होंने कोतवाली थाना क्षेत्र में एक चर्च की जमीन का एग्रिमेंट कराकर रुपए हड़प लिए थे. यहीं नहीं बाबा ने आश्रम के लिए भी भूदान पट्टा पर सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर जमीन पर कब्जा किया है.

यही नहीं भदौरिया के खिलाफ तत्कालीन जिलाधिकारी दिनेश सिंह के आदेश पर 14 अगस्त 1994 को एनएसए की कार्रवाई हुई थी. एनएसए हटाने के लिए उन्होंने गृह सचिव को पत्र भेजा था. इसके अलावा चार अगस्त 1992 में फजलगंज थाना क्षेत्र में शास्त्रीनगर निवासी अयोध्या प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में भी उनका नाम आया था. इसके चलते उन्हें जेल जाना पड़ा था.

वहीं अगस्त 1994 में तत्कालीन कोतवाली प्रभारी वेद पाल सिंह ने भदौरिया व उनके साथियों के खिलाफ गाली गलौज, मारपीट, क्रिमिनल एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद उसी साल अगस्त में ही महाराजपुर थाने में तैनात तत्कालीन कांस्टेबल सत्य नारायण व संतोष कुमार सिंह ने चकेरी थाने में सरकारी कार्य में बाधा डालना, मारपीट करने समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके अलावा बर्रा में भी उसके खिलाफ वर्ष 1995 में एफआईआर दर्ज हुई थी. यानी देखा जाए तो डॉक्टर सिद्धार्थ प्रकरण ही नहीं बल्कि इससे पहले भी उनका विवादों से पुराना विवाद रहा है.

वायरल वीडियो में बाबा के चमत्कारिक दावे

संतोष सिंह भदौरिया का दावा है कि उनके पास सभी परेशानियों का इलाज है. उनका दावा है कि वह रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को भी समाप्त करवा सकते हैं. यानी जो दुनिया नहीं कर सकी उस काम को वह अंजाम दे सकते हैं.   

बाबा का दावा है कि वह तंत्र-मंत्र, झाड़-फूंक और हवन करके उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों को भी पकड़वा सकते हैं, लेकिन इसके लिए पुलिस को आश्रम में हवन कराना पड़ेगा. बाबा ने हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव के ठीक होने का भी दावा किया था. जब राजू हॉस्पिटल में भर्ती थे, तब उनके परिजन बाबा के दरबार में गए थे.

यही नहीं एक वीडियो में बाबा अपनी शक्तियों से एक महिला की हाइट बढ़ाने का ‘चमत्कार’ करते नजर आ रहे हैं. वहीं, महिला भी अपनी हाइट बढ़ने की बात को स्वीकार करते हुए दिखाई दे रही हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है. 

वीडियो में बाबा के सामने खड़े होकर एक महिला कह रही हैं- “बाबा जी सबकी हाइट बढ़ रही है, मेरी भी बढ़ाइए”. बाबा कहते हैं- “आंखें बंद करो”. बाबा बुदबुदाते हैं- “इनकी ढ़ाई से तीन इंच लंबाई बढ़ाने की स्मृति डाल दी जाए”. इसके बाद बाबा ओम, ओम, ओम करते हुए कहते हैं- “कह रही है तो बढ़ानी पड़ेगी”.

बाबा महिला से कहते हैं- “तीन बार बोलिए, ओम नम: शिवाय”. महिला बोलती है और फिर बाबा कहते हैं कि अब आंखें खोलो और मूवमेंट करेंगी तो आपको लगेगा कि आप लंबे हो गए हैं. महिला इसके बाद वहीं थोड़ा टहलती हैं तो बाबा पूछते हैं कि कैसा लग रहा है. महिला कहती हैं- “लग रहा है कि मैं लंबी हो रही हूं”. बाबा कहते हैं, “वो स्मृति आप में आ गई है और यही स्मृति आपको लंबा करेगी. अब आप पांच छह महीने में लंबी हो जाएंगी.”

यही नहीं सोशल मीडिया पर बाबा के कई ऐसे वीडियो वायरल हैं, जिन्हें देखकर आप हैरान रह जाएंगे. इन वीडियो में वह कई बड़े दावे करते हुए दिखाई देते हैं. 

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