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आज तक और इंडिया टीवी ने भाजपा के प्रचार मटेरियल को खबरों के रूप में चलाया
7 दिसंबर को दिल्ली नगर निगम चुनावों के नतीजे आए, जिसमें भाजपा को अपनी 15 साल की सत्ता गंवानी पड़ी. इसके अगले ही दिन 8 दिसंबर को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित हुए. हिमाचल प्रदेश में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा, वहीं दूसरी तरफ गुजरात में भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली.
इस सबके बीच टीवी चैनलों पर एक अलग किस्म का त्यौहारी माहौल भाजपा के पक्ष में दिखाया गया. लगा कि सारे नतीजे भाजपा के पक्ष में आए हैं. प्रधानमंत्री की तारीफ के कसीदे पढ़े जाने लगे. इस भेड़चाल में आज तक और इंडिया टीवी ने कुछ विशेष किया जिस पर हमारी नज़र गई. 11 दिसंबर को दोनों चैनलों ने प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर एक विशेष कार्यक्रम किया.
भारतीय जनता पार्टी के प्रचार-प्रसार संबंधी वीडियो को दोनों चैनलों ने भ्रामक तरीके से, स्वतंत्र ख़बर के रूप में प्रसारित किया. आज तक पर श्वेता सिंह ने ‘यूं ही कोई मोदी नहीं बन जाता’ शीर्षक वाला करीब 40 मिनट लंबा शो किया. वहीं इंडिया टीवी पर प्रसारित कार्यक्रम का शीर्षक ‘मोदी स्टोरी’ था. इस कार्यक्रम के एंकर रिपोर्टर पवन नारा थे.
इन दोनों कार्यक्रमों में ऐसे बहुत से लोगों की बातचीत दिखाई गई, जो नरेंद्र मोदी को उनके राजनीतिक जीवन के शुरुआती दिनों से या तो जानते हैं, या किसी न किसी रूप में उनसे जुड़े रहे हैं. एंकरों ने दोनों कार्यक्रमों की शूटिंग भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में की है. लेकिन यह कोई नई बात नहीं है. शायद आप सोच रहे हों कि इसमें अजीब क्या है?
इन दोनों कार्यक्रमों में काफी कुछ ऐसा है, जिसे अजीब कहा जा सकता है. हमने पाया कि दोनों चैनलों के कार्यक्रमों में, एक ही व्यक्ति की बाइट हूबहू इस्तेमाल हुई है. यानी दोनों चैनलों ने एक व्यक्ति की बाइट, अपने-अपने कार्यक्रम में मनमुताबिक इस्तेमाल की. इनमें न तो किसी चैनल का और न ही किसी न्यूज़ एजेंसी का माइक दिखता है. इससे हमारे मन में संशय पैदा हुआ. कुछ उदाहरण देखते हैं.
मध्य प्रदेश के रघुनंदन शर्मा
मध्य प्रदेश के रहने वाले रघुनंदन शर्मा की बाइट, आज तक और इंडिया टीवी मुफ्त के चंदन की तरह घिस रहे हैं. शर्मा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. जब नरेंद्र मोदी 1991 में मध्य प्रदेश में पार्टी के चुनाव प्रभारी बनाए गए थे, उस वक्त शर्मा प्रदेश पार्टी कार्यालय के संयोजक थे.
आज तक और इंडिया टीवी ने अपने कार्यक्रमों में शर्मा के एक ही बयान को दिखाया है. यहां दोनों चैनलों के कार्यक्रमों का स्क्रीनशॉट मौजूद है.
आज तक पर शर्मा का बाइट 3 मिनट 11 सेकेंड पर सुन सकते हैं, वहीं इंडिया टीवी के कार्यक्रम में 10 मिनट 11 सेकेंड पर.
सुधा यादव, भाजपा नेता
हरियाणा के रेवाड़ी की रहने वाली सुधा यादव भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं. इन्हें बीते दिनों भाजपा के संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है.
पीएम का गुणगान करने वाली यादव की बाइट को भी दोनों चैनलों ने अपने कार्यक्रम में इस्तेमाल किया. हमने दोनों चैनलों के स्क्रीनशॉट यहां दिए हैं. दोनों में बस इतना ही अंतर है कि इंडिया टीवी के कार्यक्रम में वीडियो एडिटर ने वीडियो को ‘ज़ूम इन’ कर दिया है.
शर्मा की तरह यादव की बाइट भी दोनों चैनलों पर एक सी ही है. वो बोल रही हैं कि कैसे पीएम मोदी एक बार अपनी माताजी से मिलने गए, तो माताजी ने उन्हें 11 रुपए दिए थे. और उन्होंने वो 11 रुपए मेरे चुनाव लड़ने के लिए दे दिए.
यादव को आज तक पर 2 मिनट 10 सेकेंड पर, और इंडिया टीवी पर 13 मिनट 14 सेकेंड पर सुन सकते हैं. आप खुद सुनें और दोनों में अंतर तलाशें.
नंदकुमार साहू, भाजपा नेता छत्तीसगढ़
आज तक और इंडिया टीवी ने पीएम मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए नंदकुमार साहू की बाइट भी अपने कार्यक्रमों में चलाई. भाजपा नेता साहू, अविभाजित मध्य प्रदेश के भाजपा प्रदेश के अध्यक्ष और रायगढ़ के पूर्व सांसद रह चुके हैं.
दोनों कार्यक्रमों में साहू के बयान में भी आप कोई अंतर नहीं ढूंढ़ पाएंगे, सिवाय ‘ज़ूम इन’ के. अपने बयान में साहू एक बारात की कहानी बताते हैं. आज तक पर साहू को 8 मिनट 30 सेकेंड से देखा जा सकता है, वहीं इंडिया टीवी पर 14 मिनट 43 सेकेंड से.
हिरेन पाठक, गुजरात भाजपा नेता
आज तक और इंडिया टीवी में हूबहू बयानों का यह सिलसिला आगे भी जारी रहा. वाजपेयी सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हिरेन पाठक का बयान भी दोनों ही चैनलों ने दिखाया. एक बार फिर सब कुछ एक जैसा ही था, दोनों कार्यक्रमों में पाठक द्वारा कही गई बातें भी.
मनोरंजन कालिया, भाजपा नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री
पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोरंजन कालिया की बाइट को भी दोनों ही चैनलों ने इस्तेमाल किया. अपने संस्मरण बता रहे बाकी लोगों की तरह ही कालिया का प्रसारित बयान दोनों जगह शब्दश: एक सा है. आप खुद भी इसे देख-सुन सकते हैं.
आज तक पर कालिया की बाइट 34 मिनट 52 सेकेंड से, और इंडिया टीवी पर 14 मिनट के बाद सुन सकते हैं.
महेंद्र नाथ सोफत
इंडिया टीवी और आज तक पर हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता महेंद्र नाथ सोफत का वीडियो भी चलाया गया. हर बार की तरह इस बार भी दोनों कार्यक्रमों में कोई भी अंतर नजर नहीं आया. हालांकि यहां आज तक से एक छोटी सी गलती जरूर हुई, उन्होंने सोफत का नाम एक जगह महेंद्र नाथ और एक अन्य बार राजीव बिंदल लिखा.
रघुनंदन शर्मा, सुधा यादव, नंदकुमार साहू, हिरेन पाठक, मनोरंजन कालिया और महेंद्र नाथ सोफत की तरह ही गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की एक बाइट भी दोनों चैनलों ने हूबहू इस्तेमाल की है.
एक साथ इतने सारे नेताओं की एक ही बाइट आज तक और इंडिया टीवी पर कैसे चली? कार्यक्रम देखकर आम दर्शकों को लगेगा कि यह सारा कंटेंट आज तक और इंडिया टीवी का ही है, ये इन चैनलों का कॉपीराइट कंटेंट है. पर क्या यह सच है? जवाब है नहीं. आइए देखते हैं.
न्यूज़लॉन्ड्री ने इसकी सच्चाई जानने के लिए आज तक की एंकर श्वेता सिंह और इंडिया टीवी के रिपोर्टर पवन नारा को फोन किया. दोनों ने हमारा फोन नहीं उठाया. हमने दोनों को यह जरूरी सवाल भेजे हैं कि जिन बाइटों का इस्तेमाल आपने अपने कार्यक्रम में किया है, उसका स्रोत क्या है? यही सवाल हमने दोनों चैनलों के संपादकों को भी भेजे हैं. अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया है.
वीडियो है किसका?
न्यूज़लॉन्ड्री ने अपने स्तर पर जो जानकारी जुटाई, वह चौंकाने वाली है. पीएम मोदी की प्रशंसा वाले ये सारे बयान किसने रिकॉर्ड किए? हमने पाया कि ये तमाम वीडियो न तो आज तक के हैं, और न ही इंडिया टीवी के. यह वीडियो भाजपा से जुड़े एक ट्विटर हैंडल और वेबसाइट ने खुद ही जारी किए थे. और यह सभी वीडियो पिछले छह महीनों में इन कार्यक्रमों के प्रसारित होने से पहले, यानी 11 दिसंबर को आज तक और इंडिया टीवी के शो से पहले आ चुके थे. इस ट्विटर हैंडल और वेबसाइट का नाम ‘मोदी स्टोरी’ है. इन दोनों चैनलों ने जो भी बाइट अपने कार्यक्रमों में इस्तेमाल कीं, वे सभी ‘मोदी स्टोरी’ पर मौजूद हैं.
क्या है ‘मोदी स्टोरी’
‘मोदी स्टोरी’ वेबसाइट का उद्देश्य उन लोगों की यादों को एक साथ लाना है, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करीब से देखा है. 26 मार्च, 2022 को इस वेबसाइट का उद्घाटन महात्मा गांधी की प्रपौत्री सुमित्रा गांधी कुलकर्णी ने किया था. इस उद्घाटन का वीडियो भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा किया गया था. वहां बताया गया कि ‘नमो स्टोरी’ एक वॉलंटियर ड्रिवेन इनीशिएटिव, यानी कार्यकर्ताओं का स्वैच्छिक प्रयास है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्मृति ईरानी, पियूष गोयल समेत कई अन्य केंद्रीय मंत्री गाहे-बगाहे इस वेबसाइट को प्रोमोट करते रहते हैं, इसे इंटरव्यू देते हैं. ट्विटर पर ‘मोदी स्टोरी’, सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी को फॉलो करता है. हालांकि भाजपा के ज़्यादातर मंत्री और नेता इसे ज़रूर फॉलो करते हैं.
भाजपा आईटी सेल में काम करने वाले एक कर्मचारी ने गोपनीयता की शर्त पर हमें बताया, ‘‘मोदी स्टोरी भाजपा आईटी सेल का ही एक प्लेटफार्म है. इसके संचालन की निगरानी पीएमओ में कार्यरत एक अधिकारी करते हैं. आईटी सेल इसमें मदद करता है.’’
‘मोदी स्टोरी’ पर मौजूद ज्यादातर वीडियो ‘नरेंद्र मोदी डॉट इन’ यानी ‘नमो एप’ पर भी दिखाए जाते हैं. ‘नमो एप’ के मुख्य अनुपालन अधिकारी, नोडल और स्थानीय शिकायत अधिकारी अमित मालवीय हैं. यह स्पष्ट है कि मोदी स्टोरी का भाजपा से संबद्ध है. साथ ही यह भी स्पष्ट है कि इंडिया टीवी और आज तक ने यहां से ही वीडियो उठाकर अपने शो तैयार किए.
उदाहरण के तौर पर, पूर्व केंद्रीय मंत्री हिरेन पाठक का जो बाइट आज तक और इंडिया टीवी ने अपने शो में चलाई, वो मोदी स्टोरी के ट्विटर खाते से 11 सितंबर को ट्वीट हुई थी.
न्यूज़लॉन्ड्री ने हिरेन पाठक से बात भी की, उन्होंने इस वीडियो की रिकॉर्डिंग के संबंध में बताया, ‘‘आठ-दस महीने पहले मुझे फोन आया था कि ‘मोदी स्टोरी’ करके एप बन रहा है. आपके मोदी जी के साथ जो संस्मरण हैं वो आप हमारे साथ साझा कर दीजिए. मैंने उन्हें घर पर बुला लिया और इंटरव्यू दिया था. वो किस चैनल के पत्रकार थे मुझे याद नहीं है.’’
ऐसे ही सुधा यादव का वीडियो जून 2022 को आया था. खुद वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने इस वीडियो को अपने हैंडल पर साझा किया है.
महेंद्र नाथ सोफत का वीडियो ‘मोदी स्टोरी’ के ट्विटर हैंडल पर 3 नवंबर को आया था. न्यूज़लॉन्ड्री ने सोफत से बात की. वे बताते हैं, ‘‘यह वीडियो हिमाचल प्रदेश चुनाव से पहले रिकॉर्ड हुआ था. एक टीम इसे रिकॉर्ड करने आई थी. आज तक पर जो वीडियो चला है वो तो आधा ही चला है.’’
पंजाब के भाजपा नेता मनोरंजन कालिया का वीडियो तो करीब दो साल पहले रिकॉर्ड किया गया था. उन्होंने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया कि डेढ़-दो साल पहले एक टीम आई थी. उन्होंने कहा था कि मोदी जी के साथ कोई आपकी याद जुड़ी हो, जो रूटीन न हो वो साझा करें. उन्होंने भाजपा पंजाब के काफी लोगों का इंटरव्यू किया था. उसमें से मैं भी एक था. इंटरव्यू लेने वाले कौन थे मुझे याद नहीं है.’’ यह वीडियो नमो एप और मोदी स्टोरी पर भी मौजूद है.
यहीं नहीं इंडिया टीवी और आज तक ने रघुनंदन शर्मा, विजय कालिया और केतन दीवानी की जो बाइट 11 दिसंबर को अपने शो में दिखाई है, वो मोदी स्टोरी के ट्विटर हैंडल पर 9 दिसंबर को ही शेयर की गई थी.
हमने अमित मालवीय को इस संदर्भ में कुछ सवाल भेजे. हमने उनसे पूछा कि क्या दोनों चैनलों ने चलाने के लिए इजाजत ली है? अगर नहीं ली तो क्या उन पर कोई कार्रवाई करेंगे? क्या भाजपा की तरफ से इससे पहले भी ऐसे वीडियो, चैनलों को उपलब्ध कराए जाते हैं?
अमित मालवीय ने जवाब में बताया, ‘‘जो वीडियो फुटेज इस्तेमाल किए उन्हें इजाजत लेने की आवश्यकता नहीं है. हमने अपनी सामग्री का कॉपीराइट नहीं किया है और कोई भी क्रेडिट के साथ वीडियो का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र है. इतना ही नहीं, हम लोगों को हमारी वेबसाइट और डिजिटल प्लेटफार्म पर जाने और हमारे कंटेंट को देखकर अपने हिसाब से इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.”
बिना इजाजत के कंटेंट इस्तेमाल करने की परिस्थिति में किसी कार्रवाई को लेकर मालवीय ने जवाब दिया, “हमें ऐसा करने की जरूरत नहीं है. प्रधानमंत्री से जुड़े हर विषय में लोगों की काफी ज़्यादा रूचि है और वो हमारे ट्रैफिक से दृष्ट है.” मालवीय ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी किसी चैनल को वीडियो चलाने, या कोई खास शो के लिए नहीं कहा.
क्या इससे पहले ‘नमो एप और ‘मोदी स्टोरी’ से लिए वीडियो, चैनलों द्वारा इस्तेमाल किए गए? मालवीय का जवाब था, “हां, वे अक्सर हमारी सामग्री, चित्र और वीडियो फुटेज इस्तेमाल करते हैं और हमें इससे कोई समस्या नहीं है. यह एक ओपन-सोर्स है जहां से कोई भी सामग्री ले सकता है.’’
मालवीय ने कहा कि क्रेडिट देकर कोई भी भाजपा द्वारा बनाए गए वीडियो कंटेंट इस्तेमाल कर सकता है. हालांकि दोनों चैनलों ने कहीं भी इस बात का जिक्र अपने कार्यक्रमों में नहीं किया है. जो कि मीडिया एथिक्स के भी खिलाफ है.
जो वीडियो भाजपा द्वारा नरेंद्र मोदी के प्रचार के लिए बनाए गए हैं, उन्हें दोनों ही चैनलों ने खबर के रूप में दिखाया. यह दर्शकों के साथ धोखा है.
अमित मालवीय के जवाब से यह भी साफ होता है कि यह पहली बार नहीं है जब टीवी चैनलों ने भाजपा का फुटेज अपने कार्यक्रम में इस्तेमाल किया हो, वे ऐसा पहले भी करते रहे हैं.
यह साफ है कि देश के दो बड़े राष्ट्रीय टीवी चैनल आज तक और इंडिया टीवी ने भाजपा द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रचार के वीडियो का इस्तेमाल इस तरह से किया, मानो यह उन्होंने निष्पक्ष तरीके से जुटाए हों. ‘नमो एप’ और ‘मोदी स्टोरी’ का सीधा उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेहतर छवि लोगों के बीच फैलाना है. लेकिन एक मीडिया चैनल का उद्देश्य यह नहीं हो सकता. हकीकत में यह खबरों की शक्ल में एक पार्टी और एक नेता का विज्ञापन है. यह इन दोनों चैनलों की पत्रकारिता पर एक बड़ा सवालिया निशान है, जिसका जवाब आज तक और इंडिया को देना है.
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