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मीडिया, शरद पवार और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर क्या बोलीं सांसद फौजिया खान

“लोकतंत्र के लिए मजबूत विपक्ष होना बहुत जरूरी है. आज अगर विपक्ष का महत्व कम करने की जो कोशिश की जा रही है वह धोखादायक है. अगर कोई सरकार से सवाल नहीं पूछेगा तो वहां तानाशाही हो जाएगी. इसलिए विपक्ष को मीडिया में जगह मिलना जरूरी है.”

यह बात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष डॉ. फौजिया खान ने न्यूज़लॉन्ड्री से बातचीत में कही. बतौर सांसद उनकी सदन में उपस्थिति 99 प्रतिशत है. वहीं साल 2022 में अभी तक उन्होंने सदन में 257 सवाल पूछे हैं. जबकि राष्ट्रीय औसत 93.95 का है वहीं राज्य औसत 128.53 का है.

न्यूज़लॉन्ड्री से बातचीत में उन्होंने मीडिया की वर्तमान स्थिति, अपने राजनीति में आने की कहानी, शरद पवार का फोन कॉल, महिलाओं की मौजूदा स्थिति, महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद, भारत जोड़ो यात्रा, मुस्लिम महिलाओं को टिकट देने समेत कई अन्य विषयों पर बातचीत की. 

राजनीति में आने के विषय पर वह कहती हैं, “उन्हें शरद पवार का फोन आया जिसमें उन्होंने कहा कि वह उन्हें विधान परिषद के लिए नॉमिनेट करना चाहते हैं क्या आप काम करेगी? मैंने कहा कि आप मार्गदर्शन करेंगे तो जरूर काम करूंगी और फिर 15 दिनों बाद मुझे नॉमिनेट कर दिया गया.”  

देखिए पूरी बातचीत-

क्या मीडिया सत्ता या कॉर्पोरेट हितों के बजाय जनता के हित में काम कर सकता है? बिल्कुल कर सकता है, लेकिन तभी जब वह धन के लिए सत्ता या कॉरपोरेट स्रोतों के बजाय जनता पर निर्भर हो. इसका अर्थ है कि आपको खड़े होना पड़ेगा और खबरों को आज़ाद रखने के लिए थोड़ा खर्च करना होगा. सब्सक्राइब करें.

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