Khabar Baazi
राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रम को लेकर टीवी चैनलों के साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की बैठक
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा टीवी चैनलों को लेकर नई गाइडलाइन जारी करने के बाद अब मंत्रालय अलग-अलग टीवी चैनलों से मुलाकात कर रहा है.
यह मुलाकात 9 नवंबर को मंत्रालय द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन को लेकर है. नई गाइडलाइंस में हर ब्रॉडकास्टर या चैनल को रोज राष्ट्रीय महत्व या हित और जनसेवा से जुड़े मुद्दों पर आधे घंटे का कंटेंट देना अनिवार्य होगा. इसके लिए मंत्रालय की ओर से आठ थीमों का विकल्प भी दिया गया है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक अधिकारी ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया, “हर बड़े चैनल के साथ बैठक हो रही है. उनके सुझाव लिए जा रहे है. अभी तक एनडीटीवी, टीवी 9 और ज़ी समेत कई अन्य चैनलों के साथ बैठक हो चुकी है.”
अधिकारी बताते हैं कि सोमवार और मंगलवार को न्यूज़ चैनलों और अन्य चैनलों के साथ बैठक होगी. इस बैठक में चैनल अपने सुझाव मंत्रालय को देंगे. जिसके बाद एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की जाएगी.
पीआईबी में मॉनिटरिंग और कम्युनिकेशन के डिप्टी डायरेक्टर अनुभव सिंह न्यूज़लॉन्ड्री से कहते हैं, “सभी चैनलों के साथ परामर्श प्रकिया चल रही है. जिसके बाद एक नई गाइडलाइन जारी की जाएगी.”
इससे पहले सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 11 साल बाद नई अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग गाइडलाइन जारी की थी. इसके तहत अब भारतीय टेलीपोर्ट विदेशी चैनल को अपलिंक कर सकते हैं. इसके साथ ही चैनलों को सीधा प्रसारण करने की भी अनुमति मिल गई है.
इस दौरान सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा, “राष्ट्रीय महत्व या राष्ट्रीय हित की चीजों के लिए 30 मिनट का स्लॉट दिया जाना चाहिए, इसके लिए महिला सशक्तिकरण, कृषि, अध्यापन जैसी 7-8 थीम दी गई हैं.”
नई गाइडलाइन स्पोर्ट्स, वाइल्ड लाइफ और विदेशी चैनलों को छोड़कर सभी पर लागू होंगी.
Also Read: गौरव द्विवेदी बने प्रसार भारती के नए सीईओ
Also Read
-
TV media sinks lower as independent media offers glimmer of hope in 2025
-
Bollywood after #MeToo: What changed – and what didn’t
-
‘She told me I am blind because of my past deeds’: Woman recounts abuse at Christmas event
-
From Tata and MEIL to Vedanta, corporates dominate BJP’s Rs 6,000 crore donations
-
‘Arrests reactionary, culture of impunity’: Bangladeshi dailies slam govt over Hindu worker’s lynching