बीबीसी दफ्तर पर इनकम टैक्स 'सर्वे' की 3 वजहें जो बीजेपी ने बताईं

बीजेपी प्रवक्ता ने इनकम-टैक्स छापों के बीच ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर और विपक्ष पर निशाना साधा.

WrittenBy:सुमेधा मित्तल
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बीबीसी पर पड़े आयकर छापों को लेकर भाजपा और विपक्ष के बीच जुबानी जंग शुरू होते ही आरोपों की झड़ी लग गई. कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर विपक्ष द्वारा अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग के बीच बीबीसी को निशाना बनाने का आरोप लगाया, जबकि भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने खुद इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर पर प्रतिबंध लगा दिया था.

दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि बीबीसी का मतलब "भ्रष्ट बकवास कॉर्पोरेशन" है. संयोग से, रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी जैसे भाजपा समर्थक एंकर कुछ समय से बीबीसी को ‘बोरिंग ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन’ के रूप में संबोधित कर रहे हैं. भाटिया ने कई उदाहरण दिए कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर का "भारत के खिलाफ द्वेष के साथ काम करने का दागदार और काला इतिहास" है. आइए इन्हें देखते हैं.

होली 'गंदी'

भाटिया ने कहा कि बीबीसी ने "भारत की संस्कृति और विविधता से अवगत हुए बिना" होली को एक गंदा त्योहार कहा.

यह शिकायत 2012 की है. हिंदुत्व की ओर झुकाव रखने वाली वेबसाइट हिंदुपाद ने कहा था कि बीबीसी ने होली को "गंदा" त्योहार कहकर हिंदुओं को आहत किया है. वेबसाइट ने कहा कि बीबीसी ने "न्यूज़बीट्स ऑड बॉक्स" पर अपने "सप्ताह के अजीब वीडियो" खंड के तहत एक छोटा वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें अमेरिका के यूठा में युवाओं को होली खेलते हुए दिखाया गया था, और इसका शीर्षक "गंदा त्यौहार" था. उसने दावा किया कि यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइज्म के अध्यक्ष राजन जेड ने बीबीसी के महानिदेशक मार्क थॉम्पसन और ट्रस्टियों के अध्यक्ष लॉर्ड बार्न्स से माफ़ी मांगने के लिए कहा था.

हिंदुत्व समर्थक एक अन्य वेबसाइट ऑपइंडिया ने भी पिछले साल प्रकाशित एक लेख में बीबीसी हिंदी द्वारा उर्दू सूफी कवियों के होली से जुड़े दोहे ट्वीट करने के बाद, बीबीसी पर त्यौहार के "इस्लामीकरण" की कोशिश करने का आरोप लगाया था.

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न्यूज़लॉन्ड्री, हिंदुपाद द्वारा उल्लेखित वीडियो की पुष्टि नहीं कर सका. हालांकि, हाल ही में बीबीसी की वेबसाइट पर रंगों के त्योहार की सराहना करते हुए कई लेख मौजूद थे.

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मार्गरेट थैचर का गलत उद्धरण

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “बीबीसी को सही में सबसे लंबे समय तक ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहने वाली मार्गरेट थैचर की बातों पर भी ध्यान देना चाहिए. उन्होंने बीबीसी को बोल्शेविक ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन कहा था.”

लेकिन वास्तव में यह कहने वाले ब्रिटेन के एक सांसद और कंज़र्वेटिव पार्टी के नेता पीटर ब्रुइनवेल्स थे, जिन्होंने फ़ॉकलैंड्स युद्ध के कवरेज पर इस नाम के साथ मीडिया आउटलेट की आलोचना की थी.

गांधी का अपमान

भाटिया ने मीडिया आउटलेट पर महात्मा गांधी का अपमान करने का भी आरोप लगाया. “बीबीसी भारत में काम करना चाहता है, फिर भी देश के प्रतीकों का सम्मान करने से इनकार करता है. बीबीसी में बहुत स्पष्ट रूप से एक कार्यक्रम और उसके प्रस्तुतकर्ता में यह कहने की हिम्मत थी कि महात्मा गांधी 1946 में भारत को आज़ाद कराने के अपने प्रयास में विफल रहे हैं.”

ऐसा लगता है कि यह एक साधारण सी लगने वाली खबर पर शब्दों का एक चतुर खेल है. 1947 तक भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता नहीं मिली थी. यह एक संपादकीय दृष्टिकोण का प्रतिबिंब हो सकता है, जैसा कि बीबीसी की रिपोर्ट में गांधी को उनकी मृत्यु के बाद "महान आत्मा" या "महात्मा" कहा गया था. इस बीच जब महात्मा के अपमान करने की बात आती है, तो भाटिया मध्य प्रदेश के अपने पार्टी सहयोगी से एक-दो शब्द बोलना चाहिए, जो गांधी के हत्यारे की सराहना करते नहीं थकतीं.

टैक्स छापे

बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तरों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद के बीच हुआ है.

बीबीसी के प्रेस ऑफिस ने ट्वीट कर कहा, "आयकर अधिकारी इस समय बीबीसी के नई दिल्ली और मुंबई कार्यालयों में हैं और हम पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं. हम उम्मीद करते हैं कि यह स्थिति जल्द से जल्द सुलझ जाएगी.”

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