अब बागेश्वर बाबा के भाई की बारी: पिस्तौल लहरा कर बारातियों को भगाया

सोशल मीडिया से लेकर पूरे गांव के लोगों को पता है कि सौरभ गर्ग पिस्तौल तानकर धमकी दे रहा था, मारपीट कर रहा था लेकिन छतरपुर पुलिस ने जो बयान जारी किया है उसमें किसी नाम का जिक्र नहीं है.

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बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के भाई सौरभ गर्ग उर्फ शालिग्राम का एक वायरल वीडियो सामने आया है. वीडियो में सौरभ एक शादी समारोह में सिगरेट और पिस्तौल लेकर मारपीट करते हुए दिख रहा है. शास्त्री का यह भाई अक्सर उनके साथ आयोजनों और अनुष्ठानों में देखा जाता है.

वायरल वीडियो छतरपुर जिले के गढ़ा गांव का है. जहां पर बागेश्वर धाम मंदिर स्थित है. अक्टौहां गांव के आकाश अहिरवार की शादी गढ़ा गांव के बलदुआ अहिरवार की बेटी सीता अहिरवार से 11 फरवरी को थी. 

शादी का कार्यक्रम चल रहा था, जब रात करीब 12 बजे सौरभ अपने तीन-चार दोस्तों के साथ बलदुआ अहिरवार के घर जा धमका. पहुंचते ही वह लोगों को धौंस देने लगा, इससे हाथापायी की स्थिति उत्पन्न हो गई. 

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सौरभ गर्ग उर्फ शालिगराम

विवाद की शुरुआत

सौरभ का मारपीट वाला वीडियो 32 सेकेंड का है. इसमें सौरभ के हाथ में एक पिस्तौल दिख रही है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो मौजूद है. जिस शादी में यह घटना घटी उसमें अक्टौहां गांव के सुरेश कुमार भी शामिल थे. वो बताते हैं, “रात को करीब 12 बज रहे थे. लोग खाना खा रहे थे और डीजे बज रहा था. तभी अचानक से शास्त्री का भाई कुछ लड़कों के साथ वहां पहुंचा और झगड़ा करने लगा.”

वह आगे कहते हैं, “सौरभ ने मां-बहन की गाली के अलावा जातिसूचक गाली भी दीं. वह नशे की हलात में था. जैसे कि वायरल वीडियो में भी देख सकते हैं.” 

झगड़े की वजह को लेकर बारात में शामिल एक अन्य बाराती हरिप्रसाद बताते हैं, “सौरभ बागेश्वर धाम के गीत बजाने का दबाव डाल रहा था. लेकिन वहां पर बुंदेलखंड का लोकप्रिय राई नृत्‍य संगीत बज रहा था. इससे वह नाराज हो गया. और मारपीट करने लगा. उसने गाना बंद करवा दिया.”

सौरभ ने मारपीट के अलावा वहां कई कुर्सियां भी तोड़ दी. वीडियो में ग्रामीण उसे छोड़ो महराज कहते हुए सुनाई दे रहे हैं. लेकिन उसके बाद भी पिस्तौल ताने हुए गालियां दे रहा था. 

सुरेश बताते हैं, “इस झगड़े से हम काफी डर गए थे, इसलिए सभी बाराती रात को ही वापस लौट आए. सिर्फ दुल्हे के रिश्तेदार ही वहां रुके थे.” 

शादी का कार्ड

इस घटना के बाद शादी में आए कुछ लोगों ने पुलिस से शिकायत करने की भी बात कही. हरिप्रसाद बताते हैं, “जब लोगों ने पुलिस से शिकायत करने के लिए कहा तो उसने (सौरभ) कहा कि थानेदार से मत करना वह कुछ नहीं करेगा… शिकायत करना है तो एसपी से करो.”

करीब आधे घंटे तक बारात में हुडदंग मचाने के बाद, बागेश्वर धाम से कुछ लोग आए और सौरभ को अपने साथ लेकर गए. 

सौरभ की मनबढ़ई की एक और वजह बारात में शामिल लोगों ने हमें बताई. उसके मुताबिक सौरभ इस बात पर नाराज था कि बलदुआ अहिरवार ने अपनी बेटी की शादी बागेश्वर धाम द्वारा आयोजित किए गए सामूहिक विवाह समारोह में नहीं करवाई. 

दरअसल धीरेंद्र शास्त्री ने 18 फरवरी को सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया था. जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी के कई नेता पहुंचे थे. इस समारोह में 121 जोड़ों की शादी कराई गई थी. कथित तौर पर बागेश्वर धाम के लोगों ने बलदुआ अहिरवार पर भी इसी समारोह में अपनी बेटी की शादी कराने का दबाव डाला था. लेकिन उन्होंने मना कर दिया और अलग से अपनी बेटी की शादी 11 फरवरी को ही कर दी थी. इसी से नाराज होकर सौरभ ने शादी के दौरान हुड़दंग और मारपीट की.  

हरिप्रसार कहते हैं, “वह जातिसूचक गाली देकर बोल रहा था कि दलित परिवार ने अपनी बेटी की शादी सामूहिक समारोह में नहीं करवाई. शादी करवाने के लिए लड़की के परिवार को धाम की तरफ से कहा गया था लेकिन वह सामूहिक शादी में शामिल नहीं हुए.”

सौरभ ने बारात में जिन लोगों से मारपीट की गढ़ा गांव के ही लोग थे. सुरेश कहते हैं, “वह जाति में बड़े लोग है और उस इलाके में उनका प्रभाव है. धीरेंद्र शास्त्री की वजह से वह ताकतवर भी हो गए हैं.”

गाली देने और मारपीट करने के बाद भी किसी ने पुलिस में कोई शिकायत नहीं की. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जब इस पूरे मामले की सूचना धीरेंद्र शास्त्री को मिली तो उन्होंने पीड़ित परिवार को धाम बुलाया और कोई कार्रवाई नहीं करने को कहा. साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार को कहा कि वह नुकसान की भरपाई कर देंगे.

दूल्हे के पिता आशाराम न्यूज़लॉन्ड्री से बात करते हुए झगड़े की घटना से बेखबर होने की बात कहते हैं. वह बताते हैं, “जब घटना हुई तब मैं दूसरे काम में व्यस्त था इसलिए नहीं जानता कि किसने क्या किया. कुछ देर बाद लोगों ने बताया कि झगड़ा हुआ था.”

पुलिस और बागेश्वर धाम का पक्ष  

इलाके में प्रभाव होने के कारण किसी ने भी बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के भाई के खिलाफ पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई. जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने खुद से कहा कि वह जांच करवा रही है. 

छतरपुर जिले के एसपी सचिन शर्मा न्यूज़लॉन्ड्री से कहते हैं, “हमने वीडियो सामने आने के बाद जांच के लिए एक टीम गठित की है. जो अपनी रिपोर्ट पेश करेगी और उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.”

सोशल मीडिया से लेकर पूरे गांव के लोगों को पता है कि सौरभ गर्ग पिस्तौल तानकर धमकी दे रहा था, मारपीट कर रहा था लेकिन छतरपुर पुलिस ने जो बयान जारी किया है उसमें किसी नाम का जिक्र नहीं है.

पुलिस ने कहा कि उनके संज्ञान में एक वीडियो आया है जिसमें एक व्यक्ति, समारोह में लोगों को धमकाता और कट्टा लहराता नजर आ रहा है. जांच की जा रही है.

वहीं इस पूरे वाकये पर हमने सौरभ गर्ग से बात करने की कोशिश की लेकिन उससे बात नहीं हो सकी. बागेश्वर धाम के मीडिया समन्वयक कमल अवस्थी न्यूज़लॉन्ड्री से बात करते हुए कहते हैं, “धाम को इस बारे में कुछ नहीं कहना है. लेकिन हर मामले को बागेश्वर धाम से न जोड़ा जाए. कोई क्या करता है इसकी जवाबदेही धाम की नहीं है.”

अवस्थी कहते हैं, “पुलिस अपनी जांच कर रही है. जो करना है वह पुलिस करेगी.”

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