कोरोनावायरस: कोटा की विधवाएं जो राज्य सरकार की लापरवाही का हुईं शिकार

वित्तीय मुद्दों के अलावा, महिलाओं को अक्सर विधवा होने के कारण सामाजिक कलंक का सामना करना पड़ता है.

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राजस्थान के कोटा में जिन महिलाओं ने अपने पति को कोविड-19 से खो दिया है, वे कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही हैं. वित्तीय संकटों के अलावा, उन्हें अक्सर विधवा होने के कारण सामाजिक कलंक का सामना करना पड़ता है. राज्य सरकार ने घोषणा की है कि इन महिलाओं को पालनहार योजना के तहत आर्थिक मदद मिलेगी, लेकिन कई महिलाओं ने न्यूज़लॉन्ड्री को बताया कि उन्हें अब तक कुछ भी नहीं मिला है.

26 वर्षीय मनीषा कुमारी का तीन साल का बेटा है. पूरा परिवार कोरोना संक्रमित था लेकिन उनके पति की तबीयत ज़्यादा खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. मनीषा ने पति के इलाज के लिए अपने सब गहने बेच दिए लेकिन अफ़सोस उनके बच्चे की जान नहीं बच सकी. मनीषा भविष्य को लेकर चिंतित है. उन्हें ससुराल और मायके से भी कोई सहयोग नहीं है.

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