इजरायल सेना द्वारा एक एयर स्ट्राइक में गाजा स्थित अल जजीरा, एसोसिएटेड प्रेस समेत अन्य मीडिया संस्थानों के ऑफिस को ध्वस्त कर देने के मामले में एसोसिएट प्रेस के एडिटर ने जांच की मांग की है.
एपी के एक्जीक्यूटिव एडिटर सैली बुज़बी ने कहा, “इजरायल सरकार ने अभी तक हमले करने के कारण का कोई स्पष्ट सबूत नहीं दिया है. इसलिए इस हमले की एक स्वतंत्र जांच होनी चाहिए.”
वहीं मीडिया वॉचडॉग संस्थान रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने भी इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट से संभावित युद्ध अपराध के रूप में मीडिया संगठनों के ऑफिस पर इजरायल सेना द्वारा की गई बमबारी की जांच करने के लिए कहा है.
बुज़बी ने कहा कि, “एपी का अल-जला टावर में 15 वर्षों से ऑफिस है. उन्हें कभी ना सूचित किया और ना ही कोई संकेत दिया गया कि हमास इस इमारत में है. इसलिए तथ्यों को सामने रखा जाना चाहिए.”
बुज़बी ने कहा, “हम एक संघर्ष की स्थिति में हैं. हम उस संघर्ष में पक्ष नहीं लेते हैं. हमने सुना है कि इजरायल सरकार के पास हमले को लेकर सबूत हैं, लेकिन हम नहीं जानते कि यह क्या सबूत हैं. इसलिए हमें लगता है कि इस हमले की सच्चाई सामने आए इसके लिए एक स्वतंत्र जांच की जाए.”
हमले पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इमारत में हमास का एक खुफिया कार्यालय है. इजरायल ने कहा है कि उसने खुफिया ऑफिस संलाचित होने का साक्ष्य अमेरिका को सौंपा है. हालांकि अभी तक व्हाइट हाउस ने इस मामले में कोई भी टिप्पणी नहीं की है.
बता दें कि शनिवार को इजरायल ने गाजा में स्थित अल-जला इमारत को तहस-नहस कर दिया. इस बिल्डिंग में एसोसिएटेड प्रेस, अल जजीरा समेत कई कई मीडिया ऑफिस थे.